फतेहपुर: कई गावों की विद्युत आपूर्ति बाधित, गहराया अंधेरा

डीएन संवाददाता

फतेहपुर जनपद के असोधर नगर पंचायत स्थित 33/11 केवीए पावर हाउस में शुक्रवार शाम को लगाये गये नये ट्रांसफार्मर ने भी दम तोड़ दिया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

ट्रांसफार्मर लगाते ही जला
ट्रांसफार्मर लगाते ही जला


असोथर (फतेहपुर): जनपद के असोधर नगर पंचायत स्थित 33/11 केवीए पावर हाउस में शुक्रवार शाम को लगाये गये नये ट्रांसफार्मर ने भी दम तोड़ दिया। यहां इससे पहले 10 एमवीए का ट्रांसफार्मर 2 माह पहले जल गया था। पांच दिन पहले आये नये ट्रांसफर्मर में शुक्रवार शाम को जैसे ही फीडरों में जोड़ा गया, तभी वह फ्यूज हो गया।

15 हजार उपभोक्ता संकट में

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक असोथर पावर हाउस में 6 फीडर हैं, जिनमें घरवासीपुर, नरैनी, जरौली, गाजीपुर, थरियांव, असोथर शामिल है। इन फीडरो में लगभग 50 गांव का लोड हैं। सभी फीडरों में लगभग 15 हजार उपभोक्ता है। नये ट्रांसफार्मर के जलने से उपभोक्ताओं के सामने बिजली का संकट खड़ा हो गया है।

आशाओं पर फिरा पानी

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इस क्षेत्र के सरकंडी, सराय खालिस, टीकर, गेडुरी, बेंसडी, कंधिया, जमलामऊ, कौडर, बौडर, असोथर आदि गांवों में दो माह से बिजली काट-काट कर दी जा रही थी। ट्रांसफार्मर आने से उपभोक्ताओं में आशा जगी थी कि अब उनको भरपूर बिजली मिलेगी। परंतु आते ही जल जाने कारण उपभोक्ताओं की आशा में पानी फिर गया।

कोई जानकारी नहीं

उपभोक्ताओं को फिर अब कितने दिन इंतजार ना करना पड़ेगा और नये ट्रांसफार्मर से बिजली कब तक मिलेगी, इसकी किसी के पास कोई जानकारी नहीं। 

किसान और फसल भी भगवान भरोसे

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इन गांवों के निवासी रामकरन यादव, दिलीप तिवारी, विपिन गुप्ता, भानु मौर्य, शिवपूजन तिवारी, विजय कुमार गुप्ता, लक्ष्मी शंकर आदि का कहना है कि 2 माह से इंतजार करते-करते एक आशा जगी थी कि अब भरपूर बिजली हम लोगों को मिलेगी। क्योंकि अभी तक 24 घंटे में 3 घंटा तो कहीं 4 घंटा मिलती थी। लेकिन फिर भी पावर नहीं रहता था। अब तो किसान और ग्रामीणों ने भगवान के भरोसे ही धान की फसल को छोड़ने को मजबूर हो गए हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता ने जब इस संबंध में विद्युत विभाग के जेई जितेंद्र कुमार को फोन किया तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।










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