भाजपा सांसद के पोस्ट के बाद कर्नाटक की राजनीति में हलचल हुई तेज, सियासी हलकों में नई चर्चा
भारतीय जनता पार्टी के सांसद लहर सिंह सिरोया के एक ताजा बयान के बाद कर्नाटक में सियासी माहौल गरमा गया है। राजनीतिक हलकों में एक नई चर्चा शुरू हो गई है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बेंगलुरु: भारतीय जनता पार्टी के सांसद लहर सिंह सिरोया के एक सोशल मीडिया पोस्ट ने कर्नाटक की राजनीति को फिर चर्चा में ला दिया है। सबसे पहले ‘सनातन धर्म’ पर उदयनिधि स्टालिन की विवादित टिप्पणी ने देश के सियासी माहौल को गरमाया। इसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे ने उदयनिधि के समर्थन में बयान देकर जैसे आग में घी डालने का काम किया।
प्रियांक खरगे की महत्वाकांक्षा को लेकर अब सवाल खड़े होने लगे हैं। इसकी चर्चा और अधिक तेज हुई भाजपा सांसद सिरोया के एक पोस्ट के बाद।
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Congress President Mallikarjun Kharge’s son, @PriyankKharge, who is a minister in Karnataka government, is expressing his views on everything from ‘Sanatana Dharma’ to ‘Bharat’. Should we take his views as the official view of the party? 1/2@INCIndia @kharge @BJP4India #Bharat
— Lahar Singh Siroya (@LaharSingh_MP) September 7, 2023
सिरोया ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर प्रियांक खरगे के बहाने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से प्रियांक के बयान पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है। उन्होंने ये सवाल भी पूछा कि क्या प्रियांक का यह बयान कांग्रेस का आधिकारिक रुख है?
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भाजपा सांसद ने अपनी पोस्ट में लिखा है, ‘कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे, जो कर्नाटक सरकार में मंत्री हैं, 'सनातन धर्म' से लेकर 'भारत' तक पर अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं। क्या हमें उनके विचारों को पार्टी का आधिकारिक विचार मानना चाहिए’?
कर्नाटक में लोग चर्चा कर रहे हैं कि इतनी जल्दीबाजी में क्यों हैं प्रियांक खरगे? क्या उनकी नजरें कहीं और हैं और वे निशाना कहीं और लगा रहे हैं? कहीं ऐसा तो नहीं कि वे 2024 के आम चुनावों के बाद कर्नाटक के सीएम पद पर अपनी नजर लगाये हुए हैं?