एम्स ने जटिल सर्जरी कर मरीज की पीठ से छह इंच का चाकू निकाला
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने चाकू हमले के शिकार एक व्यक्ति की पीठ से एक कठिन सर्जरी की मदद से छह इंच का चाकू सफलतापूर्वक निकाला है।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने चाकू हमले के शिकार एक व्यक्ति की पीठ से एक कठिन सर्जरी की मदद से छह इंच का चाकू सफलतापूर्वक निकाला है।
हरियाणा के करनाल का 30 वर्षीय यह व्यक्ति 12 जुलाई को डकैती से अपनी दुकान को बचाने के दौरान हमले में कथित रूप से घायल हो गया था।
एम्स के ट्रॉमा सेंटर के प्रमुख डॉ. कामरान फारूकी ने कहा, ‘‘उसी दिन देर शाम में मरीज अस्पताल के आपात चिकित्सा विभाग में पहुंचा था और तब भी उसके पीठ में चाकू था। 13 जुलाई को उसकी पीठ की सर्जरी की गयी और चाकू निकाला गया।’’
फारूकी ने बताया कि करनाल के इस व्यक्ति को दिन में करीब दो बजे चाकू गोदा गया था और रात करीब दस बजे ट्रॉमा सेंटर पहुंचने से पहले वह दो अस्पतालों में जा चुका था, ऐसे में उसकी दशा तथा मामले की जटिलता के मद्देनजर उसे एम्स में भेज दिया गया था।
यह भी पढ़ें |
एसीएमएम अदालत बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले की सुनवाई करेगी
उन्होंने कहा कि मरीज जब अस्पताल पहुंचा तब वह होश में था और उसके शरीर के जीवन संबंधी मापदंड सामान्य थे।
सर्जरी विभाग के डॉ अमित गुप्ता ने कहा, ‘‘यह चुनौतीपूर्ण मामला था क्योंकि उसके पीठ में चाकू घोंपा गया था। ’’
उन्होंने कहा कि उसकी स्थिति ऐसी थी कि वह लेट नहीं सकता था क्योंकि इससे चाकू हिल डुल सकता था और उसके मेरूदंड को और नुकसान पहुंच सकता था।
उन्होंने कहा कि चाकू का ब्लेड उस रक्तवाहिका से महज दो-तीन सेंटीमीटर दूर था जो हृदय से रक्त शरीर के अन्य हिस्सों में ले जाती है , करीब छह इंच चाकू उसके शरीर के अंदर था।
यह भी पढ़ें |
एम्स के बाहर पुलिसकर्मी की पत्नी ने कार से चार लोगों को टक्कर मारी
फारूकी ने कहा कि स्पाइनल कोर्ड के आसपास सावधानीपूर्वक शल्य चिकित्सा कर चाकू निकाला गया और फिर स्पाइनल कोर्ड की मरम्मत की गयी।
डॉक्टर ने कहा कि मरीज की स्थिति सुधर रही है।