Akhilesh Yadav: बसपा से गठबंधन टूटने की अखिलेश ने बतायी ये वजह

डीएन ब्यूरो

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शनिवार को हिंदी दिवस के अवसर पर लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

सपा प्रमुख अखिलेश यादव
सपा प्रमुख अखिलेश यादव


लखनऊ: सपा प्रमुख और कन्नौज के सांसद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने शनिवार को हिन्दी दिवस (Hindi Diwas) के अवसर पर राजधानी लखनऊ में स्थित पार्टी कार्यालय में साहित्यकारों (Litterateurs) को सम्मानित किया जिसमें मुख्य तौर पर प्रोफेसर कौशल बिस्मिल्लाह, प्रोफेसर उदय प्रताप, प्रो रमेश दीक्षित, डॉ वंदना मिश्रा, दीपक कबीर शामिल रहे। इस बीच उन्होंने बसपा (BSP) से विचारों में कड़वाहट आने की वजह भी बतायी। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उन्होंने हिंदी दिवस के अवसर पर लोगों को बधाई दी। 

इस मौके पर उन्होंने कहा कि आजादी के समय से ही हिंदी का विशेष योगदान है। कही -कही पर भाषाओं को लेकर विवाद भी हो जाता है। जितना  हिंदी भाषा का सम्मान हम लोग कर रहे है उतना ही राष्ट्रीय भाषाओं का भी सम्मान करना चाहिए। 

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उन्होंने कहा कि डॉ. राम मनोहर लोहिया जी ने हिंदी को बढ़ाने का काम किया हम सब उनके विचारों को आगे बढ़ाने का काम करेंगे।

विचारधारा में आयी खटास

गठबंधन टूटने की ये थी वजह
अखिलेश यादव ने बसपा से गठबंधन (Alliance) टूटने पर कहा कि कुछ परिस्थितियां ऐसी रही जिसकी वजह से गठबंधन नहीं चला जिस समय बसपा का गठबंधन टूटने का एलान हुआ, उस समय मेरी बाई तरफ बैठे बीएसपी के एक नेता ने कहा कि ऐसा धोखा मुझे भी मिला था और आप को भी मिला है। 

सपा-बसपा का गठबंधन देश की राजनीति को बदल देता
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा-बसपा (SP-BSP) का गठबंधन देश की राजनीति को बदलने वाला था लेकिन हमें धोखा मिला। ये बात बहुत छोटी है कि किसने किसका फोन नहीं उठाया। जिस समय मुझे गठबंधन टूटने की सूचना मिली उस समय बसपा के एक नेता मेरे साथ मंच पर बैठे थे। मैंने उनसे पूछा कि गठबंधन क्यों तोड़ा? तो उन्होंने कहा कि हमें और आपको दोनों को धोखा मिला है। 

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सपा बसपा का गठबंधन देश की राजनीति को बदलेगा पर ऐसा नहीं हो पाया ,कौन किसका फोन नहीं उठाया अलग बात है। बसपा के एक जो मेरे बगल में बैठे थे उस नेता गठबंधन टूटने पर बोले थे की ऐसा धोखा हमे भी मिला था।

बता दें कि एक दिन पहले सपा और बसपा का 2019 में गठबंधन क्यों टूटा, इसको लेकर मायावती (Mayawati) ने कहा कि था कि सपा मुखिया अखिलेश यादव ने फोन उठाना बंद कर दिया था इसलिए गठबंधन तोड़ना उनकी मजबूरी थी।










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