DN Impact: गोरखपुर में खबर का हुआ असर, अखिलेश यादव ने संज्ञान में लिया मामला

डीएन ब्यूरो

गोरखपुर में प्रदूषित जल से मर रहीं मछलियों को लेकर अखिलेश यादव ने डाइनामाइट न्यूज द्वारा जारी एक वीडियो शेयर कर टवीट किया है। पढ़िये ये रिपोर्ट।

अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
अखिलेश यादव (फाइल फोटो)


गोरखपुर: दक्षिणांचल के क्षेत्र खजनी तहसील (Khajani Tehsil) के उनवल पंचायत के समीप आमी नदी के प्रदूषित जल से मछलियां मर रही हैं। इससे क्षेत्र में महामारी का भय बना हुआ है। वहीं मछुआरे मरी मछलियों को छानकर बेच रहे हैं और मालामाल हो रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में मौन हैं। अब अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को उठाया है और सरकार पर तंज कसा है। अखिलेश यादव ने डाइनामाइट न्यूज द्वारा जारी किया एक वीडियो भी X पर शेयर किया है। 

अखिलेश यादव ने किया टवीट
अखिलेश यादव ने X पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि गोरखपुर (Gorakhpur) में सैकड़ों मछलियों और कानपुर में 200 से अधिक कछुओं की मौत चिंताजनक है। ये केवल मछली-कछुओं की मौत का सवाल नहीं है बल्कि जल से संबद्ध ‘जीवन-चक्र’ का संकट है। आगे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने लिखा कि वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण को लेकर भाजपा सरकार की उदासीनता ही इसकी मुख्य वजह है। अपनी भ्रष्ट नीतियों से भाजपा राजनीतिक पर्यावरण को प्रदूषित करते-करते, सामाजिक-सौहार्द के पर्यावरण और पारिस्थितिकी के लिए भी संकट बन गयी है। भाजपा (BJP) जब स्वयं समस्या बन गयी है, तो वो किसी समस्या का समाधान कैसे करेगी। चतुर्दिक पर्यावरण कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!

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पशुओं के लिए समस्या
इससे पहले डाइनामाइट न्यूज संवाददाता ने बताया कि खजनी तहसील क्षेत्र में आमी नदी के दूषित जल से मरी मछलियों (Fishes) के सेवन से क्षेत्र में भय व्याप्त है। वहीं दूषित जल के चलते खजनी तहसील क्षेत्र में छताई, पांडेपुरा मंझरिया, धुवहां, सोहरा, रतसही, फरसाडाड़, गोरसैरा भूसउल सहित सैकड़ों गांव प्रभावित हो रहे हैं। पशुओं के लिए भी जल की समस्या बनी हुई है। 

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नदी का जल काला
आस-पास के लोगों ने बताया कि आमी नदी में फैक्ट्रियों का कैमिकल गिराया जा रहा है, जिससे आमी नदी का जल काला हो रहा है। बीते वर्ष उनवल नगर पंचायत में महामारी फैली थी। उन दिनों भी दूषित जल का प्रभाव था। देवेंद्र यादव, देवानन्द पासवान, मनोज कुमार घुराहूं और दिलीप आदि लोगों ने बताया कि सभी मछलियां दूषित जल से मर गई हैं। उन्होंने कहा कि किसी हाल में आमी नदी को बचाया जाये। 










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