अमेठी हत्याकांड: गोला घाट पर चारों शवों का दाह संस्कार, आरोपी को लेकर नया खुलासा

डीएन संवाददाता

अमेठी के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा में रायबरेली के दलित शिक्षक और उसके परिवार के शवों का आज अंतिम संस्कार किया गया। मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद रहा। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

अंतिम संस्कार में जाते लोग
अंतिम संस्कार में जाते लोग


रायबरेली: अमेठी के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा में रायबरेली के दलित शिक्षक और उसके परिवार के शवों का शनिवार को रायबरेली के गोला गंगा घाट पर अंतिम संस्कार गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल व प्रशासन की टीम मौजूद रही।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक कड़ी सुरक्षा के बीच चारों शवों को स्थानीय गोला घाट ले जाया गया, जहाँ गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।

पेट में गोली मारनी चाहिए थी

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वहीं मृतकों के परिजनों में आरोपी चंदन वर्मा को लेकर भारी आक्रोश है। पीड़ित परिजन आरोपी चंदन के एनकाउंटर से सहमत तो है लेकिन उनका कहना है कि उसके पैर में गोली मारने की जगह उसके पेट में गोली मारनी चाहिए थी।

छोटे बेटे भानू को ढूंढ रहा आरोपी

थाना भदोखर के उत्तर पारा बेला भेला की रहने वाली कृष्णावती ने कहा कि पूनम सरोज उनकी बेटी थी। चंदन वर्मा को जिंदा नही रखना चाहिये था। वह छोटे बेटे भानू को ढूंढ रहा है। उसे जान से मारना चाहता है। उसका नम्बर पूछ रहा है। वह धमकी दे रहा है वह 4 को मारने के बाद पांचवे को मारने के लिये ढूंढ रहा है। उसने कहा है कि वह 5 जो मारेगा।

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चंदन को जिंदा न रखा जाए

वहीं मृतक सुनील की माँ ने कहा कि चंदन को जिंदा न रखा जाए। परिजनों ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि आरोपी को जिंदा न रखा जाए। उन्होंने कहा कि हम पुलिस की कार्यवाही से सन्तुष्ट नही है। चन्दन के पैर में नही पेट मे गोली मारनी चाहिए थी।

बता दें कि मृतकों के शव कल उनके पैतृक गांव सुदामापुर पहुँचे थे लेकिन मृतक शिक्षक का भाई गाँव नही पहुँच पाया था। आज उसके भाई, जो पुष्पक एक्सप्रेस से आ रहा था, उसे रायबरेली पुलिस कानपुर से रायबरेली ले आई जिसके बाद शवो के अंतिम संस्कार किया गया।










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