Art Expo 2025: दिल्ली की कला प्रदर्शनी ने मोहा लोगों का मन, चित्रकारों का हुनर जानकर आप भी होंगे दंग

डीएन ब्यूरो

प्रगति मैदान में आयोजित कला प्रदर्शनी में सिंगल स्ट्रोक और हरियाणवी पेंटिंग्स ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट



नई दिल्ली: प्रगति मैदान में शनिवार को विशेष कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें चित्रकारों ने अपनी उत्कृष्ट कृतियों का प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शनी में न केवल नए कलाकारों ने अपने हुनर का परिचय दिया, बल्कि प्रतिष्ठित कलाकार भी अपनी रचनाओं के माध्यम से कला प्रेमियों को मंत्रमुग्ध करने आए।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस प्रदर्शनी में  एक प्रमुख आकर्षण था "सिंगल स्ट्रोक" पेंटिंग्स, जिसे प्रसिद्ध कलाकार दक्क्ष कालरा ने प्रस्तुत किया। उनके द्वारा बनाए गए चित्रों में एकल स्ट्रोक तकनीक का अद्भुत प्रयोग देखने को मिला।

जिसमें सिर्फ प्राईमरी कलर्स का प्रयोग कर पेंटिंगस की गई कलरा ने दर्शाया कि कैसे एक ही स्ट्रोक से जटिल चित्र बनाए जा सकते हैं, जो देखने में हल्के और सरल लगते हैं, किंतु उनकी बारीकियों में गहराई है। “आर्ट केवल कैनवास पर रंग भरना नहीं है, बल्कि भावनाओं और विचारों को व्यक्त करने का एक साधन है,” उन्होंने कहा।

कलरा की पेंटिंग्स में जीवंतता और जीवन के 3 रंगों का समावेश था, जिसने दर्शकों को विशेष तौर पर आकर्षित किया। साथ ही उन्होने अपनी पोंटिगस के जरिए ये दर्शाना चाहा कि आर्ट साधारण और सटीक भी हो सकता हैा 

स्त्री ऊर्जा का अनूठा संदेश

यह भी पढ़ें | Healthy Lifestyles: पार्टनर के साथ रिश्तों को इस तरह बनाये हेल्दी और मजबूत, छोड़ें ये आदतें

हरियाणा की पारंपरिक कला को प्रदर्शनी में नई पहचान मिली, जहाँ हरियाणवी पेंटिंग्स ने अपने विशेष रंगों, आकृतियों और ग्रामीण जीवन की छवियों के साथ कला प्रेमियों का ध्यान आकर्षित किया। कलाकारों ने अपने ब्रश से हरियाणवी संस्कृति, त्योहारों और ग्रामीण जीवन को जीवंत रूप से प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम में उपस्थित दर्शकों ने इन कलाओं की समृद्धता की सराहना की। इसके अलावा, आर्ट एक्सपो में एक अद्भुत पेंटिंग "The Cosmic Womb" ने सभी का ध्यान खींचा, जो स्त्री ऊर्जा और जीवन के निर्माण की एक अनूठी कहानी को बयां करती है।

यह पेंटिंग पूर्वधारणा और स्टीरियोटाइप को चुनौती देते हुए नए जीवन की संभावनाओं को भी उजागर करती है।प्रदर्शनी का उद्देश्य केवल कला का प्रचार करना नहीं था, बल्कि विभिन्न कलाओं और संस्कृति के बीच समन्वय स्थापित करना भी था। कई कलाकारों ने अपने अनुभव साझा किए और उन तकनीकों के बारे में बताया जिनका उन्होंने अपनी कला में उपयोग किया। 


डायलिसिस मरीज की प्रेरणादायक कहानी 
इस कला प्रदर्शन में एक कलाकार ने अपनी प्रेरणादायक कहानी साझा की, जिसमें उन्होंने बताया कि वह एक डायलिसिस मरीज थीं और मानसिक तनाव का सामना कर रही थीं। तनाव को कम करने के लिए उन्होंने पेंटिंग शुरू की, जिसने उनकी मानसिक स्थिति में काफी सुधार किया।

इस अनुभव से प्रेरित होकर उन्होंने कला को अपने पेशे के रूप में अपनाया। उन्होंने विभिन्न रंगों के महत्व पर भी चर्चा की, जैसे कि लाल रंग जो गुस्से की भावना को बढ़ा सकता है, वहीं नीला रंग शांति और सुकून का एहसास कराता है। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि कुछ पेंटिंग्स आपके लिए भाग्य ला सकती हैं।

यह भी पढ़ें | Blast in Bahadurgarh: बहादुरगढ़ विस्फोट में चार लोगों की मौत, मामले में बड़ा खुलासा, जानिये पूरा अपडेट

उन्होंने आज के बच्चों का उदाहरण देते हुए कहा कि वे मोबाइल फोन में अपना अधिकतर समय बर्बाद करते हैं, जबकि कला में ध्यान केंद्रित करने से वे फोन छोड़कर अपने कीमती समय का सही उपयोग कर सकते हैं

कला प्रेमियों, छात्रों और कला के शौकीनों के लिए यह प्रदर्शनी एक अनमोल अवसर साबित हुई। प्रगति मैदान में आयोजित इस कला प्रदर्शनी ने कलाकारों को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का मौका दिया, जबकि दर्शकों के लिए यह विभिन्न कला शैलियों को देखने और समझने का माध्यम बन गई।

प्रदर्शनी में वार्ताएँ और कार्यशालाएँ भी आयोजित की गईं, जिन्होंने उपस्थित लोगों को कला के क्षेत्र में नई दृष्टिकोण प्रदान की। इस प्रकार, यह कला प्रदर्शनी न केवल एक सफल आयोजन थी, बल्कि इसने सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
 










संबंधित समाचार