अरुण जेटली: कालेधन पर जांच जारी, नोटबंदी के बाद 18 लाख बैंक खातों में आय से अधिक धनराशि जमा हुई है
अरुण जेटली ने कहा, "नोटबंदी के बाद जन धन खातों और निष्क्रिय खातों का दुरुपयोग होने की जांच की गई। हम बड़े स्तर पर खाते खंगाल रहे हैं। हम उन लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि जिन्होंने बड़ी राशि जमा की।"
नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि नोटबंदी के बाद से ऐसे 18 लाख बैंक खातों का पता चला है जिनमें जमा राशि खाताधारक की आय से मेल नहीं खाती। जेटली ने शुक्रवार को लोकसभा में इस संबंध में पूछे गए सवालों के जवाब में कहा कि इस तरह के खातों का पता लगाने के लिए आंकड़ें खंगाले (डेटा माइनिंग) जा रहे हैं।
जेटली ने कहा, "नोटबंदी के बाद जन धन खातों और निष्क्रिय खातों का दुरुपयोग होने की जांच की गई। हम बड़े स्तर पर खाते खंगाल रहे हैं। हम उन लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि जिन्होंने बड़ी राशि जमा की।"
उन्होंने कहा, "इस तरह के 18 लाख खाते हैं, जिनकी खाते में जमा राशि और खाताधारक की आय मेल नहीं खाती। प्राथमिक जानकारी मांगी गई है। कुछ ने जानकारी दे दी है, लेकिन जिन्होंने नहीं दी है उन्हें कानून के तहत नोटिस जारी किया जाएगा।"
जेटली ने अपने बजट भाषण में कहा था कि आठ नवंबर, 2016 को की गई नोटबंदी की घोषणा के बाद से 30 दिसंबर, 2016 के बीच 1,09 करोड़ बैंक खातों में दो लाख रुपये से लेकर 80 लाख रुपये तक जमा किए गए हैं।
वहीं, करीब 1.48 लाख बैंक खातों में 80 लाख रुपये से अधिक की राशि जमा कराई गई है। (आईएएनएस)
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