Asian Games: एशियाई खेलों की तैयारी में जुटे घुड़सवारों को करारा झटका, बीच में रूकी ट्रेनिंग, जानें वजह
आगामी एशियाई खेलों की तैयारी में जुटे इवेंटिग स्पर्धा के घुड़सवारों को करारा झटका लगा है क्योंकि फंड की कमी के कारण भारतीय सेना के मेजर अपूर्वा दाभादे और दफादार विकास कुमार की ट्रेनिंग रूक गयी है जिन्होंने खेल मंत्रालय और राष्ट्रीय महासंघ से तुरंत हस्तक्षेप के लिए संपर्क किया है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: आगामी एशियाई खेलों की तैयारी में जुटे इवेंटिग स्पर्धा के घुड़सवारों को करारा झटका लगा है क्योंकि फंड की कमी के कारण भारतीय सेना के मेजर अपूर्वा दाभादे और दफादार विकास कुमार की ट्रेनिंग रूक गयी है जिन्होंने खेल मंत्रालय और राष्ट्रीय महासंघ से तुरंत हस्तक्षेप के लिए संपर्क किया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, मेजर अपूर्वा और दफादार कुमार राष्ट्रीय कोच रोडोल्फे शेरर के मार्गदर्शन में 15 जून से फ्रांस में ट्रेनिंग कर रहे थे ताकि जरूरी एफईआई ‘न्यूनतम पात्रता’ (एमईआर) हासिल की जा सके जो 23 सितंबर से हांगझोउ में शुरु होने वाले एशियाई खेलों में भागीदारी के मद्देनजर योग्यता हासिल करने का पहला मानदंड है।
लेकिन कोच शेरर को भारतीय घुड़सवारी महासंघ (ईएफआई) से भुगतान बंद हो गया है जिससे उन्होंने इन दो संभावित घुड़सवारों की ट्रेनिंग भी बंद कर दी।
साथ ही अन्य इवेंटिंग संभावित घुड़सवार - आशीष लिमाये और राजू सिंह - के पास व्यक्तिगत प्रायोजक हैं और वे शेरर के साथ अपनी ट्रेनिंग जारी कर रहे हैं।
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मेजर अपूर्वा ने ट्रेनिंग शिविर का इंतजाम करने के लिए खेल मंत्रालय, भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) और ईएफआई के प्रयासों को सराहा और उन्होंने सभी को हस्तक्षेप करके मदद करने के लिये संपर्क किया है।
उनके पत्र के अनुसार, ‘‘सभी के प्रयासों के कारण ही राष्ट्रीय शिविर आयोजित किया जा सका। लेकिन मैं आपका ध्यान इस ओर कराना चाहता हूं कि 30 जुलाई के बाद से हमारे राष्टीय कोच का भुगतान बंद कर दिया गया है जिससे उनके पास राष्ट्रीय कोचिंग शिविर को रोकने के अलावा कोई चारा नहीं बचा। ’’
उन्होंने लिखा, ‘‘हमारी ट्रेनिंग रूक गयी है इससे मेजर अपूर्वा दाभादे और दफादार विकास कुमार की प्रगति पर बड़ा असर पड़ेगा। ’’
मौजूदा हालत के बारे में पूछे जाने पर ईएफआई महासचिव कर्नल जयवीर सिंह ने स्वीकार किया कि उन्होंने फ्रांसिसी कोच को भुगतान करना बंद कर दिया है।
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उन्होंने कहा, ‘‘सरकार की मदद से हमने अपने घुड़सवारों के लिए दो महीने का शिविर आयोजित किया। हमने मंत्रालय से फंड मिलने के बाद कोच को एक महीने का भुगतान कर दिया लेकिन हमें दूसरे महीने के लिए फंड नहीं मिला जिससे हम उन्हें यह राशि नहीं दे सके। ’’
जयवीर सिंह ने कहा, ‘‘हमारा महासंघ आर्थिक रूप से कमजोर है, फंड इकट्ठा करना चुनौतीपूर्ण है। हमने मंत्रालय को इसकी जानकारी दे दी है और जैसे ही हमें राशि मिलेगी, हम ट्रेनिंग शुरु करने के लिए कोच को भुगतान कर देंगे। ’’
शेरर का भारतीय घुड़सवारी से जुड़ाव नया नही है। उनकी कोचिंग में भारतीय टीम ने जकार्ता में 2018 एशियाई खेलों में इवेंटिंग में दो पदक जीते थे। उन्होंने 28 जुलाई को ईएफआई के अध्यक्ष हरीश खोकर को लिखा था कि भुगतान नहीं किये जाने की स्थिति में वह ट्रेनिंग देना जारी नहीं रख पायेंगे।