बलरामपुर: मृतकों को पेंशन योजना का लाभ, मामला उजागर होने पर सांसत में फंसे अधिकारी
सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए लोगों को आये दिन सरकारी महकमों के चक्कर काटने पड़ताे है लेकिन सरकार दफ्तरों में किस कदर घोर उदासनीता फैली हुई है, इसकी बानगी यहां देखने को मिली। जिले में सैकड़ों मृत लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..
बलरामपुर: एक ओर जहां जरूरत मंदों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ रहें है, वहीं जिले में मृतकों को भी पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है। मामला प्रकाश में आते ही डीएम कृष्णा करूणेश ने जांच के आदेश दिए है। वहीं विभागीय अधिकारियों ने पेंशन पर रोक लगाकर संबधित बैंकों को मृतकों के नाम पर किए गए भुगतान को वापस लेने के लिए पत्र जारी किया है।
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बलरामपुर जिले में 617 मृतकों को वृद्धावस्था पेंशन देने का मामला प्रकाश में आया है। मामले का खुलासा सत्यापन के दौरान हुआ। जिले में 32,324 वृद्धों को पेंशन दी जा रही है। 400 रूपए के हिसाब से यह पैसा सीधे उनके खातों में भेजा जाता है। वर्ष 2017 के मार्च में भुगतान हेतु तीन महीने की किस्त एक साथ भेजी गई थी। चालू वित्तीय वर्ष में पेंशन की धनराशि भेजने से पहले एसडीएम व खंड विकास अधिकारी द्वारा लाभार्थियों का सत्यापन कराया गया, जिसमें मृतकों को पेंशन देने खुलासा हुआ।
सांसत में फंसे अधिकरी
एसडीएम व खंड विकास अधिकारी द्वारा सत्यापन करवाए जाने के बाद अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। आनन फानन में अधिकारियों ने पेंशन पर रोक लगा दी है। साथ ही बैंकों से पैसा वापस वसूल करने के लिए पत्र भी जारी किया।
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डीएम ने दिये जांच के आदेश
मामला संज्ञान में आते ही जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश ने जांच के आदेश दे दिए है। डीएम ने वृद्धा पेंशन के साथ साथ अन्य पेंशन योजनाओं के लाभार्थियों के सूची के सत्यापन की आदेश दिया है।