बलरामपुर में बाढ़ का तांडव शुरू, 3 दर्जन गांवों में घुसा पानी, फसल जलमग्न, जनजीवन अस्त-व्यस्त

डीएन संवाददाता

मानसून की पहली बारिश ने ग्रामीणों के माथे पर चिंता की लकीरें और मन में भारी दहशत ला दिया है। मंगलवार से हो रही बारिश के कारण पचपेड़वा विकास खंड में बाढ़ का तांडव शुरू हो गया है। कई गांवों में पानी घुसने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पूरी रिपोर्ट

बाढ़ की दृश्य
बाढ़ की दृश्य


बलरामपुर: जिले में मानसून की पहली बारिश बड़े कहर में तब्दील होती दिख रही है। मंगलावार रात से हो रही बरसात ने बुधवार शाम तक भयंकर बाढ़ का रूप धारण कर लिया। पचपेड़वा विकास खंड में पहाड़ी नालों में वारिश के कारण आई बाढ़ से तीन दर्जन गांव जलमग्न हो गए है औऱ जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोगों में भारी भय और दहशत का माहौल है।

चारों तरफ पानी ही पानी

 

प्रशासन की भी खुली पोल

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मंगलवार से हो रही बारिश के कारण किसानों की सैकड़ों एकड़ में फैली फसल भी जलमग्न हो गयी। राहत और बचाव की तैयारियों के दावे करने वाले प्रशासन की पोल भी इस पहली बाढ़ ने पूरी तरह खोलकर रख दिये है। 

नालों में पहले से भरा हुआ था पानी

पहाड़ों पर हो रही बारिश के कारण पहाड़ी नालों में पहले से पानी भरा हुआ था ऐसे में अचानक आई बारिश के कारण पहाड़ी नालों में उफान आ गया और देखते ही देखते पानी गांवों की ओर फैलने लगा। बुधवार की सुबह ही पानी कुछ गांवों में आ गया था लेकिन दोपहर तक इसने तीन दर्जन गावों को अपनी चपेट में ले लिया।

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बाढ़ से ज्यादा प्रभावित गांव

बाढ़ से खादर क्षेत्र के नरचहवा, मधवानगर, ललभरिया, परसौना, इमिलिया, कुटीरमतल्हा, पिपरिहा, जमुनी बरगधहा, आदमतरा आदि गांव ज्यादा प्रभावित है।
 










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