बलरामपुर: वेतनमान लागू करने को लेकर ग्राम पंचायत व विकास अधिकारियों की हड़ताल
वेतनमान लागू करने को लेकर ग्राम पंचायत अधिकारी और ग्राम विकास अधिकारी धरना पर बैठे हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नही की जाती है वह अनिश्चित कालीन हड़ताल पर रहेगें।
बलरामपुर: जिले में ग्राम पंचायत अधिकारी और विकास अधिकारी समन्वय समिति के बैनर तले विकास भवन परिसर में अपनी विभिन्न मांगो को लेकर हड़ताल पर बैठे हैं। ग्राम विकास व पंचायत अधिकारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नही की जाती है वह अनिश्चित कालीन हड़ताल पर रहेगें। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि अभी हम शांतिपूर्ण ढ़ग से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर है लेकिन आने वाले दिनों में उग्र आन्दोलन किया जाएगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन व जिला प्रशासन की होगी।
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अधिकारियों का कहना कि जिस तरह से उनसे दबाव में कार्य लिया जा रहा है उसके दबाव में उनके कई साथियों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। बावजूद इसके उन्हें सम्मान जनक वेतन मान नही दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग बहुत अधिक नही बस जितना ग्रेड पे अन्य प्रदेशों में दिया जा रहा है उतना ही ग्रेड पे की मांग हम लोग मांग रहे है। ग्राम विकास व पंचायत अधिकारियों ने बताया कि उनसे लगभग 36 विभागों का कार्य लिया जाता है और वह अपना काम पूर्ण निष्ठा से भी करते है। लेकिन शासन उनके सम्मान का थोड़ा भी ख्याल नही रख रहा। उन्होंने कहा कि यह हमारे मान सम्मान की लड़ाई है इसलिए आर पार की लडाई लड़ने के लिए हम लोग तैयार है।
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जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश ने कहा कि यह मांगे शासन स्तर से पूरी होनी है। किसी भी भर्ती प्रक्रिया में क्या शैक्षिक योग्यता होनी चाहिए या क्या नही यह तय करना शासन का काम है। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत अधिकारियों के वेतन रोकने का आदेश जारी किया गया जो काम न करके हड़ताल पर है।
ग्राम विकास व पंचायत अधिकारियों ने आरोप लगाया था कि उन लोगों के हड़ताल पर बैठ जाने से लगभग 36 विभागों के कार्य प्रभावित हो रहे है। ओडीएफ चयनित गांव में शौचालय निर्माण को लेकर जिला प्रशासन शासन को गलत रिपोर्ट भेजकर गुमराह कर रहा है। जिसपर डीएम कृष्णा करूणेश ने बताया कि सभी कार्य भलीभांति जारी है। सभी कार्या की जिम्मेदारी एडीओ पंचायत को दी गई है। इसके अतिरिक्त अन्य लोगों को जिम्मेदारियां सौंपी गई है।