बांग्लादेश ने मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों को किया खारिज, जानिये क्या है पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

बांग्लादेश के सूचना मंत्री हसन महमूद ने अपने देश में मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों को खारिज करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि कुछ विदेशी ताकतें उनके देश पर अनुचित दबाव बनाने के लिए यह मुद्दा उठाने की कोशिश कर रही हैं। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

बांग्लादेश के सूचना मंत्री हसन महमूद
बांग्लादेश के सूचना मंत्री हसन महमूद


कोलकाता: बांग्लादेश के सूचना मंत्री हसन महमूद ने अपने देश में मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों को खारिज करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि कुछ विदेशी ताकतें उनके देश पर अनुचित दबाव बनाने के लिए यह मुद्दा उठाने की कोशिश कर रही हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार महमूद ने कहा कि बांग्लादेश में अगले साल जनवरी में आम चुनाव होने हैं और संविधान में निर्दिष्ट नियमों के अनुसार चुनाव कराये जाएंगे।

उन्होंने यहां कोलकाता प्रेस क्लब में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे देश में मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप सही नहीं हैं। बांग्लादेश में मानवाधिकारों की स्थिति उन विदेशी ताकतों वाले देशों से बेहतर है जो हमारे बारे में सवाल उठा रहे हैं।’’

यह भी पढ़ें | भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ के दो जवानों पर हमला, हथियार छीने

महमूद ने कहा, ‘‘अमेरिका में भी नस्लवादी हमले होते रहे हैं। अगर भारत में कोई मुद्दा है तो क्या ये विदेशी ताकत उस पर सवाल खड़ा करने का साहस करती हैं? जवाब है ‘नहीं’ क्योंकि यह एक संप्रभु देश का आंतरिक मामला है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन ये विदेशी ताकतें बांग्लादेश पर दबाव बनाने के लिए और एक हद तक हमें नियंत्रित करने की कोशिश में हम पर निशाना साधती हैं क्योंकि बांग्लादेश भू-राजनीतिक तौर पर बहुत महत्वपूर्ण है।’’

बीजिंग के साथ ढाका की करीबी पर एक सवाल के जवाब में महमूद ने कहा कि बांग्लादेश में चीन का निवेश पिछले कुछ साल में कम हो गया है।

यह भी पढ़ें | Gold Smuggling: सीमा पार से सोना तस्करी के बड़े मामले का भंडाफोड़, ट्रक से करोड़ों के बिस्कुट जब्त, जानिये पूरी कार्रवाई

उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप आंकड़े देखें तो बांग्लादेश में चीन का निवेश पिछले कुछ साल में कम हुआ है। लेकिन हां, उन्हें कुछ ठेके मिलते हैं क्योंकि उनकी बोली बहुत कम होती है।’’










संबंधित समाचार