भीलवाड़ा: नवरात्रि पर युवा सन्यासी ने ली जीवित समाधि, पुलिस-प्रशासन के फूले हाथ-पांव
सांसारिक मोह-माया को त्यागकर एक युवक कुछ साल पहले सन्यासी बन गया था लेकिन इस नवरात्रि पर युवा सन्यासी की एक करतूत के कारण पुलिस महकमा समेत पूरी प्रशासनिक अमला अचानक सकते में पड़ गया। डाइनामाइट न्यूज़ की इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में पढ़ें, आखिर क्या है पूरी माजरा..
भीलवाड़ा: सांसारिक मोह-माया को त्यागकर एक युवा सन्यासी ने नवरात्रि के मौके पर जीवित समाधि ले ली। सन्यासी ने मोक्ष के लिये यह काम किया लेकिन पुलिस ने उसके ‘तप’ में खलल डाली दी। सन्यासी की समाधि से पुलिस प्रशासन सकते में पड़ा और उसे उठाकर जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया। लेकिन अस्पताल में अब युवा सन्यासी के दर्शन के लिये लोगों की भीड़ उमड़ रही है और हर कोई उससे आशीर्वाद लेना चाह रहा है।
विधी-विधान से पूजा और समाधि
जानकारी के मुताबिक राजस्थान के भीलवाड़ा में आसीन्द थाना क्षेत्र के कुराछो के खेडा ग्राम निवासी सन्यासी धीरज खारोल के नवरात्रि के पहले दिन मोक्ष के लिये जीवित समाधि ली। सन्यासी ने गांव के बाहर एक माता के मन्दिर के पास बड़ा खड्डा खोदकर उसमें पक्का निर्माण करवाया और उसके बाद नवरात्रि में कलश स्थापना के दिन बुधवार 10 अक्टूबर को दोपहर ग्रामीणों के सामने विधी-विधान से पूजा कर जीवित समाधि ले ली।
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अचेत अवस्था में मिला सन्यासी
सन्यासी जब जीवित समाधि ले रहा था तो गांव किसी व्यक्ति ने इसका वीडियो बना लिया। जीवित समाधी लेने के इस वीडियो और फोटो ने पुलिस की धड़कने बढ़ा दी। पुलिस ने आनन-फानन में वीडियो की पड़ताल शुरू की और सन्यासी के समाधि स्थल पर पहुंच गया। बताया जाता है कि सन्यासी वहां अचेत अवस्था में पड़ा मिला। पुलिस ने सन्यासी को बाहर निकाला और उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आसीन्द में भर्ती करवाया। जहां उसकी हालत में अब स्थिर बनी हुई है। लेकिन अस्पताल में अब लोगों तांता लगा हुआ है। हर व्यक्ति वहां पहुंचकर सन्यासी का आशीर्वाद ले रहा है।
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सन्यासी व्यक्ति पर कोई दबाव नहीं
क्षेत्रवासियों का कहना है कि इस समाधि में ग्रामीणों का सन्यासी व्यक्ति पर कोई दबाव नहीं था और उसने अपनी इच्छा से यह समाधि ली थी। समाधि लेने वाले युवक धीरज खारोल ने कहा कि मैने मोक्ष की प्राप्ति के लिए यह समाधि ली थी।
समाधि स्थल में ऑक्सीजन की कमी
आसीन्द थाना प्रभारी मनीष देव विश्वकर्मा ने कहा कि सूचना मिलते ही हमने सन्यासी को बाहर निकाला। समाधि स्थल में ऑक्सीजन कम होने के कारण वह अचेत हो गया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच की जा रही है।