MP CM Mohan Yadav: जानिये कौन हैं मोहन यादव, जिन्होंने जीती मध्य प्रदेश के नये मुख्यमंत्री की रेस, पढ़ें उनका सियासी सफर
मध्य प्रदेश में नये मुख्यमंत्री का ऐलान हो गया है। मोहन यादव को राज्य का नया मुख्यमंत्री घोषित कर दिया गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
भोपाल: मध्य प्रदेश के लिए भाजपा ने नये मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा कर दी है। पार्टी विधायक दल की बैठक मोहन यादव को राज्य का अगला सीएम घोषित किया गया। राज्य में सीएम रेस की दौड़ में कई चेहरे शामिल थे लेकिन बाजी मोहन यादव ने जीती है। राज्य के अगले सीएम का मुकुट अब उनके सिर सजने वाला है।
डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये कौन है नये मुख्यमंत्री मोहन यादव, जिन्होंने सीएम पद की रेस जीतकर कई पॉलीटिकल पंडितों को चौंका दिया है।
2013 में पहली बार विधायक
नये मुख्यमंत्री चुने गये मोहन यादव राजनीति में उतरने के बाद लगातार विधायक चुने जाते रहे हैं। इस समय वे दक्षिण उज्जैन से विधायक चुने गये है। वे 2013 में पहली बार विधायक बने थे।
संघ के करीबी
उन्हें संघ का बेहद करीबी माना जाता है। वे शिवराज सिंह चौहान सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं।
मोहन यादव का जन्म 25 मार्च 1965 को मध्य प्रदेश के उज्जैन में हुआ था।
पीएचडी तक की शिक्षा
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मोहन यादव ने अपनी पढ़ाई विक्रम यूनिवर्सिटी उज्जैन से की है। उन्होंने ग्रेजुएशन में बीएससी और इसके अलावा ग्रेजुएशन में बैचलर ऑफ लॉ की भी पढ़ाई की है। उन्होंने मास्टर ऑफ भी आर्ट्स किया है। इसके अलावा एमबीए भी किया है। उनके पास डॉक्टरेट की उपाधी है और वे फिलॉसफी में पीएचडी हैं।
छात्र जीवन से राजनीति की शुरूआत
उन्होंने छात्र जीवन से ही अपना राजनीतिक करियर शुरू किया। सन 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव और 1984 में अध्यक्ष चुने गये। वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री एवं 1986 में विभाग प्रमुख भी रहे।
भाजपा के नगर जिला महामंत्री
वे 1993-95 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उज्जैन नगर के सह खण्ड कार्यवाह औऱ सायं भाग नगर कार्यवाह भी रहे। 1999 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के उज्जैन संभाग के प्रभारी बने और सन 2000-2003 में वे पहली बार भाजपा के नगर जिला महामंत्री बने।
पहली बार केबिनेट मंत्री का दर्जा
सन 2011-2013 में वे मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष (केबिनेट मंत्री दर्जा) बने औऱ वे भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य भी रहे।
जब पहली बार पहुंचे विधानसभा
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सन 2013 में चौदहवीं विधान सभा में पहली बार वे एक विधायक के रूप में विधानसभा पहुंचे और तबसे वे लगातार चुने गये।
शिवराज सरकार में मंत्री
सन 2018 में वे दूसरी बार विधानसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए और 2 जुलाई 2020 को शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री पद की शपथ ली।
पुरस्कार और सम्मान
उज्जैन के समग्र विकास के लिए उनको अप्रवासी भारतीय संगठन शिकागो (अमेरिका) द्वारा महात्मा गांधी पुरस्कार और इस्कॉन इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा सम्मानित किया गया है।
मध्य प्रदेश के पर्यटन के निरंतर विकास के लिए उनको सन 2011-2012 और 2012-2013 में राष्ट्रपति से पुरस्कार मिला।