BHU लाठीचार्ज में नपे कई अधिकारी, छात्रों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज
बीएचयू में हुए लाठीचार्ज के मामले में एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट समेत कई अधिकारियों को तत्काल प्रभाव के साथ हटा दिया गया है। कई छात्रों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई गई है।
लखनऊ: बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में हुए लाठीचार्ज के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बाद लंका थाने के स्टेशन आफिसर, भेलुपुर थाने के सर्किल आफिसर और एक एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट (एसीएम) को तत्काल प्रभाव के साथ हटा दिया गया है। अधिकारियों को हटाए जाने के बाद प्रदर्शन कर रहे कई छात्रों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई गई है।
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लाठीचार्ज की चौतरफा आलोचना के बाद बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी कमिश्नर से इस पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की थी, जिसके बाद सह कार्रवाई की गयी। शनिवार की देर रात धरना-प्रदर्शन कर रहे छात्राओं पर लाठीचार्ज के बाद रविवार को बीएचयू के पूरे मामले पर शासन की निगाह रही। कमिश्नर से भी रिपोर्ट मांगी गई है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीएचयू में लाठीचार्ज की निंदा की है और सरकार पर तंज कसा।
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बीएचयू कैंपस में छात्राओं के साथ छेड़खानी के विरोध में दो दिन से चल रहा धरना-प्रदर्शन शनिवार की देर रात हिंसक हो गया था। रात को प्रदर्शन कर रहे छात्र कुलपति जीसी त्रिपाठी के आवास के पास प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शनकारियों की भीड़ को रोकने के लिए पुलिस ने छात्राओं पर लाठीचार्ज किया, जिससे मामला अधिक हिंसक हो गया। कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने भी इसकी जांच की मांग उठाई थी। लाठीचार्ज को लेकर विवि प्रशासन की चारों तरफ निंदी की जा रही है। कॉलेज को 2 अक्टूबर तक बंद कर दिया गया है।
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