महराजगंजः भारत-नेपाल सीमा की पगडंडियों से निकल रहा स्मगलिंग का नया रास्ता

डीएन संवाददाता

भारत-नेपाल सीमा को जोडने वाली पगडंडियों से खुलेआम और बिना रोकटोक तस्करों की आवाजाही लगातार जारी है। पढें डाइनामाइट न्यूज की खास रिपोर्ट

प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी
प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी


नौतनवा बाजार (महराजगंज): जनपद से लेकर मंडल स्तर से अधिकारियों, सीमा सुरक्षा एजेंसियां भले ही सुरक्षा के निर्देश जारी कर दें किंतु इसका पालन जमीन पर मूर्त रूप लेता दिखाई नहीं पड रहा है।

डाइनामाइट न्यूज की टीम ने भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रवेश एवं निकासी के बिंदुओं की पड़ताल की तो तमाम चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए। आज भी पगडंडियों के तमाम ऐसे रास्ते हैं जहां से बेरोकटोक तस्करों की धड़ल्ले से आवाजाही जारी है और काले कारोबार के जरिये तस्करों द्वारा सरकार को राजस्व का चूना लगाया जा रहा है।

प्रतिबंधित गैरबासमती सफेद चावल 
भारत के घरेलू बाजारों में चावल के भंडारण में हो रही कमी को रोकने के लिए सरकार ने 20 जुलाई 2023 से 31 मार्च 2024 तक गैर बासमती सफेद चावल के निर्यात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया है। हालांकि सरकार ने नेपाल को राहत देते हुए बाॅर्डर पर बीस प्रतिशत कस्टम डयूटी लगाकर नेपाल को चावल निर्यात में राहत दी है। 

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पगडंडियों पर सुरक्षा के इंतजाम
भारत-नेपाल सीमा में प्रवेश एवं निकासी के लिए तमाम ऐसे पगडंडी वाले रास्ते हैं जहां से प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी कर राजस्व को चूना लगाया जा रहा है। चूंकि इन रास्तों पर न तो भारत की चैकी है और न ही नेपाली पुलिस की गतिविधियां इसका सीधा और प्रत्यक्ष फायदा तस्कर उठाते हैं। 

अपराधियों के लिए मुफीद ये रास्ते
भारत में अपराध कर नेपाल में शरण लेने वाले अपराधियों के लिए भी यह पगडंडियों के रास्ते काफी मुफीद साबित हो रहे हैं। अभी हाल में ही वाहनों के नंबर प्लेट से वाहनों का बड़ा मामला भी प्रकाश में आया था। बावजूद इसके अब तक सक्रियता नहीं बरती जा रही है। 

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बडे तस्करों के धरपकड की बनी रणनीति 
एडिशनल पुलिस अधीक्षक आतिश कुमार सिंह ने डाइनामाइट न्यूज संवाददाता को बताया कि बाॅर्डर पर तस्करी रोकने के लिए पुलिस और एसएसबी के साथ संयुक्त रूप से कार्यवाही की जा रही है। बड़े तस्करों के धरपकड़ की बनी रणनीति प्रारंभ कर दी गई है। जल्द ही नकेल कसा जाएगा। 










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