मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा का बड़ा बयान, भ्रष्टाचार पर सरकार की कार्रवाई सभी को दिख रही
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा ने रविवार को कहा कि गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार भ्रष्टाचार को लेकर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर चल रही है और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ राज्य सरकार की कार्रवाई सचिन पायलट को छोड़कर सभी को दिख रही है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा ने रविवार को कहा कि गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार भ्रष्टाचार को लेकर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर चल रही है और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ राज्य सरकार की कार्रवाई सचिन पायलट को छोड़कर सभी को दिख रही है।
शर्मा ने बताया कि ‘जन संघर्ष यात्रा’ आयोजित करने का पायलट का कदम उनका निजी फैसला है और कांग्रेस आलाकमान देख रहा है कि किस तरह से राज्य सरकार के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘यात्रा निकालने का यह सचिन पायलट का व्यक्तिगत फैसला है। राज्य सरकार भ्रष्टाचार को लेकर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर चल रही है, जो सभी को दिखाई दे रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सभी जानते हैं कि राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और भ्रष्टाचार के मामलों में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जा रहा है। इसके बावजूद अगर कोई सरकार के खिलाफ माहौल बना रहा है तो फैसला पार्टी आलाकमान को लेना है।’’
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार से कोई समझौता नहीं किया है।’’
यह भी पढ़ें |
Karnataka: भ्रष्टाचार के मामले मिलने पर मूकदर्शक नहीं रहेंगे
उल्लेखनीय है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट ने बृहस्पतिवार को भ्रष्टाचार और सरकारी भर्ती परीक्षा के पर्चा लीक होने के खिलाफ 125 किलोमीटर लंबी ‘जन संघर्ष यात्रा’ शुरू की।
शर्मा ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस सरकार के खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है और महंगाई राहत शिविरों की प्रतिक्रिया भी उत्साहजनक है।
शर्मा ने डाइनामाइट न्यूज़ से कहा, ‘‘राज्य सरकार की 10 प्रमुख योजनाओं का लाभ देने के लिए महंगाई राहत शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। योजनाओं में नामांकन होने पर लोगों को गारंटी कार्ड दिए जा रहे हैं। अब तक तीन करोड़ से अधिक गारंटी कार्ड जारी किए जा चुके हैं।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए शर्मा ने कहा कि पार्टी ने कर्नाटक में धार्मिक आधार पर चुनाव अभियान चलाने के लिए अपना ‘जांचा-परखा फॉर्मूला’ आजमाया, लेकिन लोगों ने उसकी ‘विभाजनकारी राजनीति’ को खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘लोग विकास और प्रगति चाहते हैं। भाजपा नेताओं का पर्दाफाश हो गया है कि वे केवल धार्मिक भावनाओं से खेलते हैं, लोगों के बीच विभाजन पैदा करते हैं और वोट मांगते हैं। कर्नाटक (विधानसभा चुनाव) के परिणामों ने भाजपा को आईना दिखाया है।’’ उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि कांग्रेस राजस्थान में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगी।
यह भी पढ़ें |
Uttar Pradesh: भ्रष्टाचार के आरोप में दोषी पाए गए एसपी का सीएम योगी ने किया डिमोशन, बनाया दरोगा
राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
शर्मा ने राज्य में खराब कानून व्यवस्था के आरोपों को लेकर भी भाजपा पर पलटवार किया और कहा कि राजस्थान में प्राथमिकी दर्ज करना अनिवार्य है और इससे लोगों में अपराधों के बारे में रिपोर्ट दर्ज करवाने का विश्वास जगा है।
उन्होंने कहा, ‘‘पहले, कई अपराध दर्ज नहीं होते थे क्योंकि लोग यह सोचकर थाने जाने से हिचकिचाते थे कि मामला दर्ज नहीं किया जाएगा और उन्हें अपमानित किया जाएगा।’’
शर्मा ने कहा, ‘‘लेकिन अब कांग्रेस के शासन में हर प्राथमिकी दर्ज की जाती है और थानों में स्वागत कक्ष बनाए गए हैं, जिससे व्यवस्था में सकारात्मक बदलाव आया है।’’