बिहार विधानसभा सत्र: तमिलनाडु विवाद पर सदन में BJP का हंगामा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने भाकपा (माले)-एल के एक विधायक से विधानसभा में माफी मांगने की मांग की जिसे स्वीकार नहीं करने पर विपक्षी दल के सदस्यों ने सदन में हंगामा किया और बहिर्गमन किया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
पटना: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने भाकपा (माले)-एल के एक विधायक से विधानसभा में माफी मांगने की मांग की जिसे स्वीकार नहीं करने पर विपक्षी दल के सदस्यों ने सदन में हंगामा किया और बहिर्गमन किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार भाकपा (माले)-एल के विधायकों ने जोर देकर कहा कि वाम दल के विधायक दल के नेता महबूब आलम के खिलाफ बुधवार को अपमानजनक और धमकाने वाली भाषा का इस्तेमाल करने के लिए भाजपा विधायक संजय सरावगी को सदन में माफी मांगनी चाहिए।
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले नीतीश कुमार सरकार को बाहर से समर्थन देने वाले भाकपा (माले)-एल के विधायकों ने सरावगी के बयानों के विरोध में विधानसभा परिसर के बाहर धरना दिया।
भाकपा (माले) विधायक संदीप सौरव ने संवाददाताओं से कहा कि सरावगी को आलम द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा से समस्या थी जो उन्होंने किसी व्यक्ति विशेष के बारे में इस्तेमाल नहीं की थी, बल्कि भाजपा एवं उसके मातृत्व संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ( आरएसएस) और उनकी विचारधारा को लेकर कुछ टिप्पणियां की थी।
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उन्होंने कहा कि सरावगी ने आलम को निशाना बनाया और “हमारे नेता के खिलाफ ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया जो एक गली के गुंडे के लिए उपयुक्त थी।”
सदन की कार्यवाही शुरू होने पर वाम दल के सत्यदेव राम, सरावगी से माफी की मांग करते हुए अपनी सीट से खड़े हुए।
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने जोर देकर कहा कि आलम द्वारा ही यह सब शुरू किया गया था।
राज्य के मंत्री श्रवण कुमार ने आपत्ति जताई और कहा कि प्रतिपक्ष के नेता सदन का समय बर्बाद कर रहे हैं। इसके बाद अध्यक्ष अवध बिहारी वाजपेयी ने प्रश्नकाल शुरू किया।
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हालांकि, हंगामा जारी रहा और कई भाजपा विधायक सदन के वेषम में आ गए।
करीब आधे घंटे तक तीखी नोकझोंक चलती रही और भाजपा विधायक सुबह 11.30 बजे बहिर्गमन कर गए।