जी-20 मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठक, क्रिप्टो को नियमों के दायरे में लाने पर जोर
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को जी-20 बैठक से पहले अमेरिका और जापान सहित अन्य देशों के वित्त मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं। इस दौरान उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित करने के लिए वैश्विक ढांचा बनाने, वैश्विक ऋण जोखिमों से निपटने के उपायों और बहुपक्षीय विकास बैंक को मजबूत बनाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
बेंगलुरु: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को जी-20 बैठक से पहले अमेरिका और जापान सहित अन्य देशों के वित्त मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं। इस दौरान उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित करने के लिए वैश्विक ढांचा बनाने, वैश्विक ऋण जोखिमों से निपटने के उपायों और बहुपक्षीय विकास बैंक को मजबूत बनाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
जी20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक यहां 24 फरवरी से शुरू होगी। जी20 विकसित और विकासशील देशों का एक समूह है।
सीतारमण इस दो दिवसीय बैठक में भाग लेने के लिए यहां आई हैं। उन्होंने अब तक अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन, जापान के वित्त मंत्री शुनिची सुजुकी और इटली के वित्त मंत्री जियानकार्लो जियोरगेट्टी के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें की हैं। उनकी ऐसी 10 से अधिक बैठकें होनी हैं।
यह भी पढ़ें |
अमेरिका: विदेश मंत्री ने डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के साथ हुई हनोई शिखर वार्ता के बारे में कही ये बात..
वित्त मंत्री ने येलन के साथ अपनी बैठक में क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित करने और बहुपक्षीय विकास बैंकों को मजबूत करने जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
वित्त मंत्रालय ने बैठक के बाद ट्वीट किया, ''दोनों नेताओं ने 2023 में जी20 की भारत की अध्यक्षता के तहत वित्तीय प्राथमिकताओं पर विचार विमर्श किया। उन्होंने बहुपक्षीय विकास बैंकों को मजबूत करने, वैश्विक ऋण की कमजोरियों, क्रिप्टोसंपत्तियों को विनियमित करने और स्वास्थ्य को मजबूत करने के अलावा 'जस्ट एनर्जी ट्रांजिशन पार्टनरशिप' (जेईटीपी) पर चर्चा की।
एक अलग ट्वीट में वित्त मंत्रालय ने कहा कि सीतारमण ने अपनी जापानी समकक्ष के साथ 'जी20 वित्त ट्रैक 2023' के तहत प्राथमिकताओं पर चर्चा की।
यह भी पढ़ें |
उत्तर कोरिया ने सोहे उपग्रह प्रक्षेपण स्थल से किया महत्वपूर्ण परीक्षण
वित्त मंत्रालय ने कहा कि इटली के वित्त मंत्री ने बैठक के दौरान 2023 में भारत की सफल अध्यक्षता के लिए अपना पूरा समर्थन देने की बात कही।