दिल्ली चिड़ियाघर की निदेशक रेनू सिंह की देखरेख में धूमधाम से मनाया गया 'रीटा' चिम्पांजी का जन्मदिन

डीएन ब्यूरो

दिल्ली चिड़ियाघर में सबसे उम्रदराज रीटा चिम्पांजी का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। दिल्ली चिड़ियाघर की निदेशक रेनू सिंह की देखरेख में रीटा के लिए केक काटा गया। इस दौरान भारी संख्या में पर्यटक और स्कूली बच्चे मौजूद रहे। डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट....



नई दिल्ली: दिल्ली के चिड़ियाघर में गुरुवार को रीटा चिम्पांजी का 59वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। दिल्ली चिड़ियाघर की निदेशक रेनू सिंह की देखरेख में रीटा के लिए केक काटा गया और 'हैप्पी बर्थ डे टू यू' का गाना गुनगुनाया गया। इस दौरान भारी संख्या में स्कूली बच्चे और पर्यटक मौजूद रहे।

केक काटती दिल्ली चिड़ियाघर की निदेशक रेनू सिंह
 

रीटा भारत की सबसे बुज़ुर्ग चिम्पांजी है। इसी के साथ दिल्ली चिड़ियाघर की भी सबसे बुजुर्ग मेंबर है। चिड़ियाघर की निदेशक रेनू सिंह ने कहा कि इस अवसर पर उपहार के तौर रीटा को ठंड से बचने के लिए कंबल और खाने के लिए फल एवं सूखे मेवा दिये गये। रीटा की उम्र को ध्यान में रखते हुए उसके खाने-पीने का खासा ध्यान रखा जाता है।

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'रीटा' चिम्पांजी का जन्मदिन केक

रीटा दिल्ली चिड़ियाघर का अहम हिस्सा है। देशभर के किसी और चिड़ियाघर में इतनी उम्र वाली चिम्पांजी नहीं है। इतनी उम्रदराज होने के बाद भी रीटा एकदम स्वस्थ है और हम कामना करते है कि वो और अधिक जीये।

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 'रीटा' के जन्मदिन पर बच्चों को केक खिलाती  रेनू सिंह

चिड़ियाघर की निदेशक रेनू सिंह ने आगे कहा कि रीटा बेहद समझदार और मिलनसार चिम्पांजी है। बढ़ती उम्र के बावजूद व शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ है। रिटा के जन्मदिन पर वॉक फॉर रीटा रैली निकाली, जिसमें भारी संख्या में शिक्षक, स्कूली बच्चे, दिल्ली चिड़ियाघर के स्टाफ और पर्यटक मौजूद रहे।

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रीटा को देखने के लिएलोगों की भीड़

15 दिसंबर 1960 में पैदा हुई रीटा को महज चार साल की उम्र में 27 फरवरी 1964 में ऐम्स्टरडैम जू से दिल्ली जू लाया गया था। तब से रीटा दिल्ली जू की शान बन गई और भारी संख्या में पर्यटक देखने के लिए आते हैं। रीटा के साथ प्रजनन के लिए लंदन जू से मैक्स चिम्पांज़ी को भी लाया गया था, जिनसे 4 बच्चे हुए थे, लेकिन इनमें से एक भी नहीं बच पाया। 

रिटा के जन्मदिन पर निकाली गई वॉक फॉर रीटा रैली

5 अप्रैल 1985 को रीटा को प्रजनन के लिए चत्तबीर जू भेजा गया था, इसके करीब 11 साल बाद रीटा 7 नवंबर साल 2006 में वापस दिल्ली जू लाई गई, तब से वो यहां की शान बनी हुई है। 










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