भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने कर्नाटक में नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए वरिष्ठ नेताओं से राय ली
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता और प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया मंगलवार को तेज कर दी। इस बाबत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री विनोद तावड़े ने पार्टी के सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ नेताओं की राय ली।
बेंगलुरु: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता और प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया मंगलवार को तेज कर दी। इस बाबत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री विनोद तावड़े ने पार्टी के सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ नेताओं की राय ली।
भाजपा ने मांडविया और तावड़े को पार्टी का केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है, जो मंगलवार को बेंगलुरु पहुंचे थे।
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पार्टी नेताओं ने बताया कि मांडविया और तावड़े ने भाजपा के प्रदेश मुख्यालय जगन्नाथ भवन में सांसदों, विधायकों और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ लंबी चर्चा की और फिर दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
भाजपा के विधआन पार्षद एन रवि कुमार के मुताबिक, दो केंद्रीय पर्यवेक्षकों द्वारा दिल्ली में पार्टी आलाकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद पार्टी को जल्द ही कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष का नेता और पार्टी प्रदेश प्रमुख मिल जाएगा।
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भाजपा के सूत्रों ने कहा कि विधानसभा में पार्टी का नेतृत्व करने के लिए तीन संभावित उम्मीदवार हैं, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, पूर्व मंत्री वी सुनील कुमार और विजयपुरा से विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल शामिल हैं।
सूत्रों ने कहा कि प्रदेश भाजपा प्रमुख पद के लिए चार संभावित उम्मीदवार हैं और उनमें केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे, पूर्व मंत्री सी टी रवि, डॉ. सी एन अश्वथ नारायण और आर अशोक शामिल हैं।