बसपा सांसद दानिश अली ने प्रधानमंत्री मोदी से की मुलाक़ात, अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति और मुस्लिम आरक्षण बहाल करने का आग्रह किया

डीएन ब्यूरो

बहुजन समाज पार्टी के लोकसभा सदस्य दानिश अली ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर अल्पसंख्यक समुदायों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति और कर्नाटक में चार प्रतिशत मुस्लिम आरक्षण बहाल करने का आग्रह किया।

बसपा सांसद दानिश अली (फ़ाइल)
बसपा सांसद दानिश अली (फ़ाइल)


नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी के लोकसभा सदस्य दानिश अली ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर अल्पसंख्यक समुदायों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति और कर्नाटक में चार प्रतिशत मुस्लिम आरक्षण बहाल करने का आग्रह किया।

उत्तर प्रदेश के अमरोहा से सांसद अली की ओर से जारी बयान के मुताबिक, उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर अल्पसंख्यकों से जुड़े विषयों और अपने क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।

बसपा सांसद ने प्रधानमंत्री को अपनी मांगों को लेकर एक पत्र भी सौंपा है।

यह भी पढ़ें | चुनावी यात्रा करने इस दिन कर्नाटक पहुंचेंगे प्रधानमंत्री मोदी, जनसभा को करेंगे संबोधित

इस पत्र में उन्होंने कहा, ‘‘अल्पसंख्यक समुदाय के मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की जा सकती है। मेरा आपसे अनुरोध है कि कृपया केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं को पुनर्जीवित करने में मदद करें।’’

उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया, ‘‘कर्नाटक में मुस्लिम ओबीसी को 4 प्रतिशत आरक्षण बहाल किया जाना चाहिए क्योंकि यह अल्पसंख्यक समुदाय के कमजोर वर्गों को शिक्षा और नौकरी के अवसर प्रदान करता है। इस कोटे की बहाली से पसमांदा मुसलमानों के उत्थान के प्रति आपकी प्रतिबद्धता को बल मिलेगा।’’

कर्नाटक में हाल ही में चार प्रतिशत मुस्लिम आरक्षण की व्यवस्था खत्म कर दी गई।

यह भी पढ़ें | प्रधानमंत्री ने लोकतंत्र पर टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी पर साधा निशाना

उन्होंने पत्र में कहा, ‘‘दिल्ली में 123 वक्फ संपत्तियों के मुद्दे को स्वीकार्य समाधान की जरूरत है। उन्हें दिए गए नोटिस को वापस लिया जाना चाहिए और इन संपत्तियों को वक्फ बोर्ड के नियंत्रण में रहने दिया जाना चाहिए।’’

बसपा सांसद ने अपने क्षेत्र के कुछ विषयों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘अमरोहा में पिछले 25 वर्षों से भी अधिक समय से जनता की ओर से स्टॉर्म वाटर ड्रेन के निर्माण की मांग की जा रही है। मैं आपसे लंबे समय से लंबित इस मांग पर गौर करने का अनुरोध करता हूं।’’










संबंधित समाचार