सीबीआई ने बच्चों के यौन उत्पीड़न में शोधार्थी के खिलाफ दायर की चार्जशीट, जानिये पूरा मामला
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पांच से 18 वर्ष आयुवर्ग के आठ बच्चों का यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार तमिलनाडु के शोधार्थी के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पांच से 18 वर्ष आयुवर्ग के आठ बच्चों का यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार तमिलनाडु के शोधार्थी के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है।
अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने इंटरनेट पर इन कृत्यों के वीडियो भी बेचे थे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार तमिलनाडु के तंजावुर में पॉक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) अदालत के समक्ष हाल में दाखिल अपने आरोपपत्र में सीबीआई ने आरोप लगाया कि विक्टर जेम्स राजा बीते चार सालों से बच्चों का यौन उत्पीड़न कर रहा था।
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सीबीआई प्रवक्ता ने एक बयान में शुक्रवार को कहा कि यह भी आरोप लगाया गया कि आरोपी ने एक नाबालिग लड़की सहित पीड़ितों को अन्य नाबालिग बच्चों के साथ यौन कृत्य करने पर मजबूर किया। उन्होंने बताया कि आरोपी ने इस दौरान तस्वीरें लीं और वीडियो भी बनाया, बच्चों को अन्य वयस्क लोगों के साथ यौन कृत्य संबंधी वीडियो देखने के लिये मजबूर किया।
बयान में कहा गया कि आरोपी ने तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करने की भी धमकी दी।
सीबीआई को इस कृत्य का पता तब चला जब इंटरपोल के ‘अंतरराष्ट्रीय बाल यौन उत्पीड़न’ (आईसीएसई) आंकड़ों से उसे इस सामग्री की जानकारी मिली।
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विशेष उपकरणों का उपयोग करते हुए फोरेंसिक विश्लेषण करने पर सीबीआई तंजावुर जिले में पहुंची।
बयान में कहा गया, “आरोपी के परिसरों में तलाशी ली गई, जिसमें आपत्तिजनक इलेक्ट्रॉनिक गैजेट बरामद हुए। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया और वह न्यायिक हिरासत में है।”
जांच के दौरान, सीबीआई ने पाया कि राजा ने पांच से 18 वर्ष के बीच के आठ बच्चों (लड़के और लड़कियों दोनों) का कुछ वर्षों तक यौन उत्पीड़न किया था।