DN Exclusive: खुला भ्रष्टाचार, सीएचसी बनकटी में टांका लगाने के नाम पर मरीज से मांगे 700 रूपये

डीएन ब्यूरो

कोरोना काल में जिले भर में सरकारी सेवाओं की पोल खुल कर रह गयी है। हर तरफ लूट मची हुई है। ऐसा ही एक मामला सीएचसी बनकटी का डाइनामाइट न्यूज की पड़ताल में सामने आया है। पूरी खबर:



फरेंदा (महराजगंज): सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनकटी की चिकित्सा भगवान भरोसे है। यह हॉस्पिटल रेफरल सेंटर बनकर रह गया है। यहां आने वाले मरीजों को संपूर्ण रुप से चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाती है। अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों की मनमानी को लेकर क्षेत्रीय लोगों में काफी आक्रोश है। 

डाइनामाइट न्यूज़ ने जब सच जानने की पड़ताल किया तो सामने चौंकाने वाली बात आई। डाइनामाइट न्यूज़ के खोजी संवाददाता ने मरीजों से बातचीत किया तो अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों के मनमाने रवैए की पोल खुली। 
वार्ड में भर्ती एक प्रसूता ने बताया कि प्रसव स्टाफ नर्सों ने कराया लेकिन उन्हें देखने कोई चिकित्सक मौके पर नहीं आया। वहीं भोजन भी मीनू के हिसाब से नहीं मिला था। पतली दाल व सब्जी भी स्वादहीन थी। कुल मिलाकर भोजन के रूप में कोटा पूर्ति की गई थी। 

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वार्ड में भर्ती डडवार निवासी मरीज ने बताया कि टांका लगाने के नाम पर स्वास्थ्य कर्मी ने उससे 700 रूपये की मांग किए थे। जब वह रुपए देने से मना कर दिया तो बेहतर इलाज न करने की धमकी उसे मिली। 

यहां सबसे बड़ी बात यह है कि बुधवार को प्रभारी मंत्री उपेंद्र तिवारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनकटी का निरीक्षण किया था। जिसमें हॉस्पिटल की बदहाली व दुर्व्यवस्था सामने आई थी। उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया था लेकिन उनके जाने के बाद ही कर्मचारी मनमानी करने लगे और मरीजों से धन उगाही का भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। यह व्यवस्था देख मरीज भी बोल उठे इस कोरोना काल में भगवान ही अब सहारा है।

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