शतरंज चैम्पियन कोनेरू हंपी का बड़ा बयान, भारतीय टूर्नामेंट को लेकर कही ये बात
भारत की शतरंज चैम्पियन कोनेरू हंपी पूर्व विश्व रैपिड ने गुरूवार को देश में महिलाओं के लिए और अधिक शतरंज टूर्नामेंट आयोजित करने की जरूरत पर बात करते हुए कहा कि इससे ही खिलाड़ियों का बड़ा पूल तैयार किया जा सकता है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
दुबई: भारत की पूर्व विश्व रैपिड शतरंज चैम्पियन कोनेरू हंपी ने गुरूवार को देश में महिलाओं के लिए और अधिक शतरंज टूर्नामेंट आयोजित करने की जरूरत पर बात करते हुए कहा कि इससे ही खिलाड़ियों का बड़ा पूल तैयार किया जा सकता है।
भारत की 36 वर्षीय ग्रैंडमास्टर ने कहा कि शतरंज खिलाडियों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है लेकिन इसमें वित्तीय सहयोग की कमी सबसे ज्यादा महसूस होती है जिसकी बड़े मंच पर प्रतिस्पर्धा करने के लिये आवश्यकता होती है।
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हंपी ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘अगर मैं भारत की बात करूं तो मुझे अब भी लगता है कि अगर लड़कों से तुलना की जाये तो महिला खिलाड़ियों की संख्या काफी कम है। भारत में महिलाओं के लिए और अधिक टूर्नामेंट होने चाहिए, विशेषकर युवा लड़कियों के लिए। ’’
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, हंपी ने 2006 एशियाई खेलों में व्यक्तिगत और मिश्रित टीम स्पर्धा के स्वर्ण पदक जीते थे। उन्होंने कहा कि प्रतिभा खोजने के बाद खिलाड़ियों को उचित ट्रेनिंग मुहैया करायी जानी चाहिए।
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उन्होंने कहा, ‘‘एक बार प्रतिभा मिल जाये तो उसे ट्रेनिंग दी जानी चाहिए। ट्रेनिंग किसी भी खेल में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का पूल बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। शायद हमें महिला खिलाड़ियों की संख्या में इजाफा करने की दिशा में काम करने की जरूरत है। एक बार ऐसा होगा तो शायद प्रतिभा धीरे धीरे सामने आने लगेंगी। ’’