मुख्यमंत्री तथा सिंधिया ने कानपुर हवाई अड्डे के नए सिविल टर्मिनल भवन का लोकार्पण किया
नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को कहा कि कानपुर वासियों की काफी लम्बे समय से यह मांग रही है कि कानपुर हवाईअड्डे का विस्तार होना चाहिए, उसका आधुनिकीकरण होना चाहिए इसलिए कानपुर वासियों को आज हवाई अड्डे के नए सिविल टर्मिनल की सौगात मिल गई है।
कानपुर: नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को कहा कि कानपुर वासियों की काफी लम्बे समय से यह मांग रही है कि कानपुर हवाईअड्डे का विस्तार होना चाहिए, उसका आधुनिकीकरण होना चाहिए इसलिए कानपुर वासियों को आज हवाई अड्डे के नए सिविल टर्मिनल की सौगात मिल गई है।
कानपुर हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन के उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने कहा कि अभी 59 नए मार्ग घोषित किए गए हैं और भविष्य में 122 नए मार्ग घोषित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कानपुर को पंतनगर, अलीगढ़, मुरादाबाद और श्रावस्ती से जोड़ने की सरकार की योजना है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे परिचालन में हैं और आने वाले समय में जेवर और अयोध्या भी इससे जुड़ेंगे। उनका कहना था कि यह श्रृंखला अभी जारी है और इसी श्रृंखला में कानपुर का हवाई अड्डा एक बहुत महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में उभरा है।
सिंधिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश में नए हवाई अड्डों का निर्माण बहुत तेजी से हो रहा है, जिससे एयर कनेक्टिविटी की सुविधा बढ़ेगी और लोग उसका लाभ उठा सकेंगे।
उन्होंने कहा,‘‘ जो हमारी सोच एवं विचारधारा है, नागर विमानन में जो परिर्वतन आया है, वह प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सम्भव हो सका है। जनपद अयोध्या में नयाहवाई अड्डा बन रहा है। जेवर में ऐसा हवाई अड्डा बनने जा रहा है, जिसमें आने वाले दिनों में छह करोड़ जनता उसका लाभ उठाएगी।’’
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उन्होंने कहा कि समूचे उत्तर प्रदेश की स्थिति देखें तो 2013-14 में प्रति सप्ताह यहां 652 विमानों का आवागमन होता था जबकि आज यहां एक हजार 595 विमानों का आवागमन होता है, यह 145 प्रतिशत अधिक है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नागर विमानन के क्षेत्र में विगत छह वर्षों में व्यापक परिवर्तन देखने को मिले हैं। उनका कहना था कि 2017 से पूर्व प्रदेश में दो हवाई अड्डे क्रियाशील थे और दो हवाई अड्डे आंशिक रूप से क्रियाशील थे जबकि अभी उत्तर प्रदेश में नौ हवाई अड्डे पूरी तरह क्रियाशील हैं तथा 12 हवाई अड्डों पर कार्य हो रहा है।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रदेश में लगभग हर कमिश्नरी स्तर पर एक एयरपोर्ट होगा क्योंकि लोगों के आवागमन को और सहज एवं सरल बनाने की प्रधानमंत्री जी की मंशा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उड़ान योजना का सर्वाधिक लाभ लेने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश है और आज इसी का परिणाम है कि नई-नई वायु सेवाएं उड़ान भर रही हैं।
उन्होंने कहा कि सिंधिया के नेतृत्व में नागर विमानन मंत्रालय ने लोगों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए हवाई सेवाओं को आसान और सरल बनाने का कार्य किया है जिसका लाभ उत्तर प्रदेश भी ले रहा है और कानपुर नगर भी उसका लाभ लेते हुए आज इस प्रक्रिया के साथ इस नए सिविल टर्मिनल के साथ जुड़कर इसका आनन्द ले रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज फिर से एक नए युग का सूत्रपात इस सिविल टर्मिनल के उद्घाटन के साथ प्रारम्भ हो रहा है। उनका कहना था कि लोगों की कनेक्टिविटी जितनी आसान होगी उतना ही लोग विकास के प्रति आग्रही बन कर आगे बढ़ते हैं और कानपुर इससे अछूता नहीं है।
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इस अवसर पर भारतीय विमानपत्तन के अध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि राज्य सरकार के सहयोग से भारतीय विमानपत्तनम प्राधिकरण द्वारा लगभग 150 करोड़ रुपये की धनराशि से इस एयरपोर्ट टर्मिनल की बिल्डिंग को बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 6243 वर्ग मीटर है तथा इस टर्मिनल बिल्डिंग में एक समय पर तीन हवाई जहाजों के लिए पार्किंग स्पेस है, जिसे भविष्य की आवश्यताओं को देखते हुए एक समय पर छह हवाई जहाजों के लिए भी बढ़ाया जा सकेगा। उनके अनुसार इसके लिए इसमें अभी से विशेष प्रावधान किए गए हैं।