मुख्यमंत्री के ओएसडी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से उनके आवास पर मुलाकात की
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से रविवार को यहां उनके आवास पर मुलाकात की। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से रविवार को यहां उनके आवास पर मुलाकात की।
यह दिलचस्प राजनीतिक घटनाक्रम कांग्रेस द्वारा शनिवार को 33 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी करने के एक दिन बाद हुआ है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक दिसंबर 2018 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से ही नेतृत्व के मुद्दे पर गहलोत और पायलट के बीच विवाद रहा है।
हालांकि, चुनाव से पहले दोनों नेताओं ने सुलह का संकेत दिया है। उन्होंने एक-दूसरे के समर्थकों को टिकट देने का विरोध नहीं किया है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने हाल में दौसा की एक जनसभा में कहा था कि पार्टी एकजुट हैं।
हाल में मुख्यमंत्री के ओएसडी शर्मा को राज्य में विधानसभा चुनावों के लिए पीसीसी के केंद्रीय युद्ध कक्ष के सह-अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। राज्य में विधानसभा की 200 सीट हैं जिनके लिए 25 नवंबर को मतदान होना है।
यह भी पढ़ें |
फोन टैपिंग मामला: राजस्थान सीएम के ओएसडी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के सामने पेश
शर्मा बीकानेर पश्चिम सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। इस सीट से वर्तमान में गहलोत सरकार में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला विधायक हैं।
शर्मा रविवार को पायलट के सिविल लाइंस स्थित आवास पहुंचे और पायलट के साथ बैठक की। मुलाकात करीब आधे घंटे तक चली।
शर्मा ने बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “बैठक में विधानसभा चुनाव पर चर्चा हुई। पायलट पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और पार्टी एकजुटता के साथ चुनाव में जा रही है। हम चुनाव जीतेंगे। ”
जुलाई 2020 में पायलट और उनके समर्थक विधायकों की बगावत के बाद राजनीतिक संकट के समय शर्मा पर कॉल रिकॉर्डिंग लीक करने का आरोप लगाया गया था।
आरोप था कि रिकॉर्ड की गई ये बातचीत केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अन्य के बीच हुई थी।
कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर विधानसभा में कांग्रेस के तत्कालीन मुख्य सचेतक महेश जोशी ने राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को शिकायत देकर शेखावत और अन्य के खिलाफ जांच की मांग की थी।
यह भी पढ़ें |
राजस्थान में सचिन पायलट को CM बनाने के लिए खून से हो रहा तिलक.. पगलाये समर्थक
दिल्ली पुलिस ने जोधपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की शिकायत के आधार पर 25 मार्च 2021 को शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
शर्मा पर आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात और गैरकानूनी तरीके से टेलीग्राफिक सिग्नल रिकॉर्ड (टेलीफोन पर बातचीत) करने के आरोप हैं। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद शर्मा ने दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और इसे रद्द करने की मांग की थी।
अदालत ने उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगाकर उन्हें राहत दी थी, जो अब भी जारी है।
शर्मा दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के सामने पांच बार पेश हो चुके हैं।