यूपी की ब्यूरोक्रेसी में बदलाव, राजेश सिंह हटे, अनिल गर्ग बने प्रमुख सचिव कारागार

डीएन ब्यूरो

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव राजेश सिंह पर बड़ा एक्शन लिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

यूपी की अफसरशाही में बड़ा फेरबदल
यूपी की अफसरशाही में बड़ा फेरबदल


लखनऊ: प्रदेश की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने ब्यूरोक्रेसी (Bureaucracy) में बड़ा फेरबदल किया है। आदित्यनाथ सरकार ने अपर मुख्य सचिव (ACS) राजेश कुमार सिंह (Rajesh Kumar Singh) को सभी पदों (Post) से हटा दिया। उनकी जगह प्रमुख सचिव अनिल गर्ग (Anil Garg) को जिम्मेदारी दी गई है। योगी सरकार ने उन्हें तत्काल प्रभाव से पदमुक्त कर दिया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार प्रमुख सचिव राजेश सिंह 1991 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। राजेश सिंह कारागार और सहकारिता विभागों के प्रमुख सचिव थे। उन्हें प्रतीक्षा में रखा है।

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सरकार की किरकिरी के बाद गिरी गाज
बताया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट के एक मामले को लेकर राजेश सिंह पर यह गाज गिरी है। आईएएस राजेश कुमार सिंह 1991 बैच के अधिकारी हैं। राजेश सिंह की जगह अब एमपी अग्रवाल को प्रमुख सचिव सहकारिता का चार्ज सौंपा गया। इसके अलावा अनिल गर्ग को प्रमुख सचिव कारागार बनाया गया है। वही वेंकटेश्वर लू को ग्राम विकास संस्थान बीकेटी का चार्ज दिया गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने लगाई थी फटकार
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को फटकार लगाई थी। शीर्ष कोर्ट ने कहा था कि वह किसी आइएएस अधिकारी को न्यायालय के सामने झूठ बोलते हुए और सुविधानुसार अपना रुख बदलते हुए बर्दाश्त नहीं करेगा।

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जस्टिस अभय एस. ओका और जस्टिस आगस्टीन जार्ज मसीह की पीठ ने कहा कि राजेश कुमार सिंह द्वारा 14 अगस्त को दिए गए शपथपत्र में लिया गया रुख उनके उन बयानों से पूरी तरह भिन्न है, जिन्हें इस अदालत के 12 अगस्त के आदेश में दर्ज किया गया है।
 










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