कांग्रेस के दिग्गज नेता और गुजरात के 4 बार CM रहे माधव सिंह सोलंकी का निधन, जानिये उनके बारे में
कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री माधव सिंह सोलंकी का 94 साल की आयु में निधन हो गया है। जानिये उनके बारे में
नई दिल्ली: कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार और गुजरात के चार बार मुख्यमंत्री रह चुके माधव सिंह सोलंकी का निधन हो गया है। वह 94 साल की उम्र के थे। वह भारत के विदेश मंत्री भी रह चुके हैं। पेशे से वकील माधव सिंह सोलंकी की गिनती देश के ऐसे बड़े नेताओं में होती है, जिन्हें राजनीति में नये प्रयोगों के लिये जाना जाता है।
माधव सिंह सोलंकी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस के नेता राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने दुख जताया और अपने संदेश में उन्हें एक महान राजनेता बताया।
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Shri Madhavsinh Solanki Ji was a formidable leader, playing a key role in Gujarat politics for decades. He will be remembered for his rich service to society. Saddened by his demise. Spoke to his son, Bharat Solanki Ji and expressed condolences. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 9, 2021
माधव सिंह सोलंकी का जन्म 30 जुलाई 1927 को एक कोली परिवार में हुआ था। पेशे से वकील सोलंकी पहली बार 1977 में थोड़े समय के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री बने। इसके बाद 1980 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को राज्य में जोरदार बहुमत मिला। 1981 में सोलंकी ने सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए आरक्षण लागू किया। हालांकि उनके इस फैसले को लेकर बड़ा विवाद भी हुआ था।
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माधव सिंह सोलंकी ने गुजरात की राजनीति में जातिगत समीकरणों का जमकर प्रयोग किया और इसके बूते पर प्रचंड बहुमत हासिल कर मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे। लेकिन आरक्षण समेत जातिगत समीकरणों के लिये उन्हें कई जातियों का विरोध भी झेलना पड़ा।
आरक्षण समेत जातिगत कारणों से गुजरात में हिंसा के बाद सोलंकी ने 1985 में इस्तीफा दे दिया। लेकिन अगले विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिमों को अपने पक्ष में करके फिर बंपर वोटों से चुनाव जीता।