Crime in Bihar: भागलपुर में दवा कारोबारी के बेटे की हत्या से हडकंप, अपराधियों ने दागी ताबड़तोड़ गोलियां

डीएन ब्यूरो

बिहार में भागलपुर के प्रसिद्ध दवा कारोबारी बलराम केडिया के 22 वर्षीय पुत्र रौनक केडिया की बुधवार की रात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

मृतक रौनक केडिया
मृतक रौनक केडिया


भागलपुर: शहर के प्रसिद्ध दवा कारोबारी (Drug Businessman) बलराम केडिया के 22 वर्षीय पुत्र रौनक केडिया की बुधवार की रात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या (Murder) कर दी। अपराधियों ने उन्हें काफी नजदीक से तब निशाना बनाया जब वह रोज की तरह दवा की दुकान से घर लौटने से पूर्व शनिदेव को प्रणाम करने जा रहे थे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार शनिदेव की मंदिर वाली गली में जब रौनक ने कदम रखा तो वहां पहले से घात लगाए अपराधियों ने सिर को निशाना बना ताबड़तोड़ कई गोलियां प्वाइंट ब्लैंक रेंज से दागी जिससे उनके सिर के आधे हिस्से का चीथड़ा उड़ गया। मौके पर उनकी मौत हो गई।

सड़क पर पड़ा था बेटा

वारदात के करीब आधे घण्टे बाद उसी गली से पिता बलराम केडिया दवा की दुकान बंद कराने के बाद घर लौट रहे थे। जमीन पर गिरे युवक को खून से लथपथ हाल में देखा तो स्टॉफ को बोला कि अरे देखो तो किसका बच्चा है। वह तब यह नहीं समझ सके कि उनका बेटा ही है। जैसे टोर्च जला नजदीक से औंधे मुंह गिरे युवक के चेहरे पर गई तो कांप गए। वह तो उनका बेटा रौनक था।

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पुलिस ने मौके से गोलियों के खोखे भी बरामद किए

आनन-फानन में स्टाफ की मदद से डाक्टर के पास उस हाल में भी उसे ले गए, लेकिन रौनक के प्राण तो मौके पर ही छूट चुके थे। घटना की जानकारी पर तातारपुर, कोतवाली पुलिस पहुंच छानबीन में जुट गई। फारेंसिक टीम को भी बुलाया गया। पुलिस मौके पर से गोलियों के खोखे भी बरामद की है। प्रारंभिक पड़ताल में नजदीक से कई गोलियां दागे जाने की बात सामने आई है।

हत्या के कारणों का पता पुलिस टीम लगा रही है। एसएसपी आनंद कुमार के निर्देश पर सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी के नेतृत्व में पुलिस टीम छानबीन कर रही है। तकनीकी सेल को भी लगाया गया है। हत्या के पीछे रंगदारी या नशीली दवाओं से जुड़ी ड्रग सिंडिकेट चलाने वाले एक कुख्यात अपराधी गिरोह के शामिल होने की बात सामने आ रही है।

दवा कारोबार में इस परिवार का खासा प्रभाव

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शनिदेव मंदिर वाली गली में ही दवा कारोबारी बलराम केडिया ने नया घर लिया था। वहीं परिवार संग रह रहे थे। आत्माराम मेडिकल हाल से प्रसिद्धि पाए दवा के कारोबार में भाइयों के बंटवारे के बाद भी एमपी द्विवेदी रोड में ही आत्माराम मेडिकल के नाम से दवा का कारोबार चला रहे थे।

पुलिस का दावा है कि बहुत जल्द हत्या में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार कर हत्याकांड का सच उजागर कर देगी।










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