Crime in UP: बैंकों और फाइनेंस कंपनियों से बड़ी जालसाजी, कई लोगों के नाम पर लोन लेकर करोड़ों रूपये की ठगी, मास्टरमाइंड समेत पांच गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ने एक ऐसे संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो अलग-अलग लोगों व कंपनियों के फर्जी दस्तावेजों बनवाकर लोन करवाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करता था। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने कई लोगों के कूटरचित दस्तावेजों और कंपनियों के नाम पर विभिन्न बैंकों और फाइनेन्स कम्पनियों से जालसाजी कर करोड़ों रूपये का लोन कराकर ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। एसटीएफ ने इस मामले में गैंग के मास्टरमाइण्ड समेत ठगी में शामिल पांच अभियुक्तों को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ थाना विभूतिखण्ड कमिश्नरेट लखनऊ में मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही जारी है।
लोने के नाम पर करोड़ों का फर्जीवाड़ा करने के मामले में गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान सोहेल खान उर्फ गुड्डू खान, निवासी कानपुर, इकबाल बहादुर खान पुत्र खान निवासी अशरफाबाद थाना बाजारखाला, चौक लखनऊ, ऋषित श्रीवास्तव पुत्र सुशील कुमार श्रीवास्तव निवासी ठाकुरगंज लखनऊ, रोहित श्रीवास्तव पुत्र स्वर्गीय कृष्ण कांत श्रीवास्तव निवासी तालकटोरा लखनऊ और सुमित कुमार शर्मा पुत्र स्वर्गीय रामचंद्र शर्मा निवासी हसनगंज लखनऊ शामिल हैं। सभी अभियुक्तों को टैक्सी स्टैण्ड के पास ब्लाक एफ, राजाजीपुरम लखनऊ से कल बुधवार को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से कूटरचित दस्तावेजों के अलावा फर्जीवाड़े में इस्तेमाल किये जाने वाले 16 अदद एटीएम कार्ड, 8 मोबाइल फोन, 02 अदद पैन कार्ड, 03 अदद मुहर, वाईफाई राउटर, प्रिंटर, लैपटॉप, कम्प्यूटर, मुहर समेत कई तरह के अन्य कूटरचित दस्तावेज भारी मात्रा बरामद किये गये।
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एसटीएफ को लंबे समय से भिन्न भिन्न लोगों का प्रतिरूपण कर कूटरचित दस्तावेजों/कम्पनियों के माध्यम से विभिन्न बैंकों/फाइनेन्स कम्पनियों से जालसाजी कर करोडों रूपये का लोन कराकर ठगी करने वाले संगठित गिरोहों के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। इस गिरोह की धरपकड़ के लिये एक टीम का गठन किया गया।
एसटीएफ को सूचना मिली कि थाना विभूतिखण्ड कमिश्नरेट लखनऊ में थाना मडियांव कमिश्नरेट लखनऊ में फाइनेंस व आईआईएफएल फाइनेंस कम्पनी द्वारा मुकदमा पंजीकृत कराया गया हैं। जिसमें कूटरचित दस्तावेजों/कम्पनियों के माध्यम से करोडों रूपये की प्रापर्टी की फर्जी रजिस्ट्री दिखाकर लोन कराकर एक संगठित गिरोह द्वारा हड़प लिया गया है। इस संबंध में गिरोह के सरगना सोहेल खान उर्फ गुड्डू खान की गिरफ्तारी पर पुलिस उप आयुक्त पूर्वी कमिश्नरेट लखनऊ द्वारा रू 15,000/का पुरस्कार घोषित किया गया था।
साइबर क्राइम टीम एसटीएफ द्वारा तकनीकी एवं मुखबिर के माध्यम से सूचना संकलित की गयी। टीम द्वारा थाना विभूतिखण्ड पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ की संयुक्त टीम द्वारा टैक्सी स्टैण्ड के पास ब्लाक एफ राजाजीपुरम से उपरोक्त गिरोह के सरगना सहित 05 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त सोहेल खान उर्फ गुड्डू खान ने पूछतांछ में बताया कि लखनऊ आने के बाद वह वर्ष-2004 में एचडीएफसी बैंक में नौकरी करने लगा। इसी बीच वर्ष 2005 मे एबीएन एम्ब्रो बैंक मे क्रेडिट कार्ड बनवाने का काम प्रारम्भ किया। 2007 से 2017 तक 10 वर्षों मे विभिन्न बैंकों/फाइनेन्स कम्पनियों में लोन कराने का कार्य किया। इस बीच लगभग 400 लोंगों की लोन फाइल बैंक/फाइनेन्स कम्पनियों में लगायी। जिससे उसे लोन कराने का अच्छा अनुभव हो गया। उसने गुड्डू खान नाम से फर्जी पतों पर कई कूटरचित दस्तावेज बना लिये और गुड्डू खान नाम से कई छोटे छोटे लोन लेकर अपना सिविल स्कोर अच्छा कर लिया।
वर्ष-2017 में सोहेल खान की मुलाकात इकबाल बहादुर खान से हुई जिसने नाजा मार्केट में कैपिटल फाइनेंस की मिनी फेंचाइजी का आफिस खोल रखा था। यहीं पर ऋषित श्रीवास्तव, रोहित श्रीवास्तव व सुमित कुमार शर्मा से भी मुलाकात हुई। यह लोग भी फाइनेंस कराने का काम करते थे। इसके बाद सभी ने मिलकर बैंकों/फाइनेन्स कम्पनियों से जालसाजी कर लोन कराकर रूपये हडपने की योजना बनाई। यह गैंग अब तक कई लोगों के साथ फर्जीवाड़ा कर चुका है। अभियुक्तों से आगे की पूछताछ और कार्यवाही जारी है।