Cristiano Ronaldo: महान खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बारे में जानिये ये खास बातें, पढ़ें ऊंचे मुकाम तक पहुंचने की कहानी

डीएन ब्यूरो

कुछ लोगों को सफलता किस्मत से मिलती है, तो कुछ को मेहनत से, लेकिन दुनिया में ऐसे लोग भी हैं, जो कदम दर कदम सफलता की तरफ बढ़ते हुए एक दिन उस मुकाम पर पहुंच जाते हैं कि उनकी तरफ देखने से आंखें चौंधियाने लगती हैं और महानता का शब्द उनके कद के सामने छोटा पड़ जाता है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

क्रिस्टियानो रोनाल्डो
क्रिस्टियानो रोनाल्डो


नयी दिल्ली: कुछ लोगों को सफलता किस्मत से मिलती है, तो कुछ को मेहनत से, लेकिन दुनिया में ऐसे लोग भी हैं, जो कदम दर कदम सफलता की तरफ बढ़ते हुए एक दिन उस मुकाम पर पहुंच जाते हैं कि उनकी तरफ देखने से आंखें चौंधियाने लगती हैं और महानता का शब्द उनके कद के सामने छोटा पड़ जाता है।

खेलों की दुनिया में थोड़ा सा भी दखल रखने वाले लोग पुर्तगाल के फुटबॉल खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो के नाम से वाकिफ होंगे। उनके रिकार्ड और उपलब्धियां उन्हें एक ऐसे शख्स के तौर पर साबित करती हैं, जिसने खुद को हर गुजरते दिन के साथ बेहतर किया और रिकार्ड की किताब के सारे पन्ने अपने नाम कर लिए।

हाल ही में उन्होंने यूरो 2024 क्वालिफायर में लिचटेंस्टीन के खिलाफ मैदान में कदम रखते ही एक और रिकार्ड अपने नाम कर लिया। रोनाल्डो का यह 197वां मैच था और इस मैच के साथ ही वह दुनिया के सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच खेलने वाले पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं।

रोनाल्डो ने 197 मैच खेलकर कुवैत के खिलाड़ी बदर अल-मुतावा को पीछे छोड़ दिया है। इस कतार में शामिल अन्य खिलाड़ियों की बात करें, तो मलेशिया के सोह चीन एन ने 195 मैच खेले हैं, वहीं मिस्र के अहमद हसन 184 मैच के साथ चौथे और ओमान के अहमद मुबारक 183 मैच के साथ उनसे एक पायदान नीचे पांचवें नंबर पर हैं।

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साल 2003 में अपना पहला अन्तरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले रोनाल्डो पांच विश्व कप में गोल करने वाले दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी हैं।

क्रिस्टियानो रोनाल्डो की पारिवारिक पृष्ठभूमि की बात करें, तो उनका जन्म पांच फरवरी 1985 को पुर्तगाल में एक निर्धन परिवार में हुआ। उनके पिता जोस डिनिस अवीयरो नगरपालिका में बतौर माली काम करते थे, जबकि मां मारिया डालोरेस डॉस सैंटोस अवीयरो घरों में जाकर खाना बनाने का काम करती थीं। रोनाल्डो के परिवार में इनका एक भाई और दो बहनें हैं और वह अपने भाई बहनों में से सबसे छोटे हैं।

रोनाल्डो को बचपन से ही फुटबॉल खेलने का शौक था और यह शौक उनकी स्कूली शिक्षा पर भारी पड़ा। उनके बारे में उपलब्ध जानकारी के अनुसार, स्कूल में पढ़ाई के दौरान उन्होंने अपने एक शिक्षक पर कुर्सी फेंक दी थी, जिसकी वजह से उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया और वह पूरी तरह से फुटबॉल के हो गए।

सोलह साल की उम्र तक आते आते, रोनाल्डो पुर्तगाल के ‘स्पोर्टिंग सीपी’ क्लब की तरफ से खेलने लगे और अपने शानदार खेल की वजह से एक साल में ही क्लब की अंडर -16 टीम, अंडर -17 टीम, अंडर -18 और फास्ट टीम के लिए खेले। ऐसा पहली बार हुआ था कि किसी खिलाड़ी ने सिर्फ एक साल में इतनी तरक्की की हो।

इस क्लब की ओर से उन्होंने अपना पहला आधिकारिक मैच साल 2002 में मोरेन्स फुटबॉल क्लब के विरूद्ध खेला और दो गोल भी किए। इसी दौरान स्पोर्टिंग क्लब और मैनचेस्टर युनाइटेड क्लब की टीम के बीच एक मैच में स्पोर्टिंग क्लब ने 3-1 से जीत दर्ज की। इस मैच में क्रिस्टियानो ने दो गोल किए।

इस मैच में स्पोर्टिंग क्लब की जीत में निर्णायक भूमिका निभाने के कारण सबकी जुबां पर रोनाल्डो का नाम था। इसी मैच के बाद मैनचेस्टर यूनाइटेड फुटबॉल क्लब ने क्रिस्टियानो को अनुबंधित करने का फैसला कर लिया।

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रोनाल्डो के करियर और उपलब्धियों पर नजर डालें, तो रोनाल्डो प्रीमियर लीग क्लब मैनचेस्टर यूनाइटेड की तरफ से फॉरवर्ड के रूप में खेलते हैं। सर्वकालिक महान खिलाड़ी माने जाने वाले रोनाल्डो ने पांच बैलोन डी'ओर पुरस्कार और चार यूरोपीय गोल्डन शूज़ जीते हैं।

अड़तीस वर्षीय रोनाल्डो 100 मुकाबलों में गोल करने वाले पहले फुटबॉलर हैं। इसके अलावा वह सबसे ज्यादा इंटरनेशनल गोल करने वाले फुटबॉलर भी हैं।

क्रिस्टियानो रोनाल्डो पहले ऐसे फुटबॉलर थे, जिन्होंने अपने करियर में 800 गोल दागे हैं और वह पांच अलग-अलग वर्ल्ड कप में गोल करने वाले एकमात्र फुटबॉलर भी हैं।

यदि किसी खिलाड़ी के नाम पर इतने रिकार्ड, बेपनाह प्रशंसक, बेहिसाब दौलत और बेहद शोहरत हो, तो उसे कैसा महसूस होता होगा, इस बारे में रोनाल्डो ने सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ी का रिकार्ड अपने नाम करने से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा था, ‘‘रिकार्ड मुझे प्रेरणा देते हैं। मेरे नाम के साथ जब कोई रिकार्ड जुड़ता है, तो मुझे गर्व होता है। मैं इतिहास में सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ी के तौर पर अपना नाम दर्ज कराना चाहता हूं। इसके बावजूद मैं लगातार खेलते रहना चाहता हूं।’’










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