गन्ना संस्थान के निदेशक पहुंचे सिसवा, किसानों को दिए जरूरी टिप्स, जानें क्या दिए सुझाव
महराजगंज जनपद के सिसवा में उत्तर प्रदेश गन्ना किसान संस्थान प्रशिक्षण केंद्र पिपराइच के सहायक निदेशक ने किसानों को फसल से संबंधित जानकारी दी। पढें डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
सिसवा (महराजगंज): गुरुवार को सिसवा विकासखंड के क्षेत्र ग्राम सभा मटियरियां में उत्तर प्रदेश गन्ना किसान संस्थान प्रशिक्षण केंद्र पिपराइच द्वारा गन्ना संस्थान के सहायक निदेशक ने क्षेत्रीय किसानों खेतों में खर पतवार से फसल में चालीस प्रतिशत तक उपज कम होने की बात बताई।
उन्होंने किसानों से उनके गन्ने के सर्वेक्षण को देखने के लिए कहा। ताकि कोई उन्हें शिकायत न रहे कि किसी का भी सर्वे छूट गया है। साथ ही किसानों को किट रोग नियंत्रण, ट्रेंच विधि से गन्ने की बुआई कर लाभ पाने तथा गन्ना विकास के लिए शासन द्वारा संचालित योजनाओं आदि के विषय मे जानकारी दिया।
गन्ना संस्थान के सहायक निदेशक ओमप्रकाश गुप्ता ने कहा कि मथमुड़िया किट नियंत्रण के लिए आईपीएल चीनी मिल द्वारा हेलीप्रोमिसि 150 मिली को चार सौ लीटर पानी में घोलकर गन्ने के जड़ों के पास ड्रेचिंग करें। फिर आठ किलोग्राम प्रति एकड़ बैलेट दानेदार सिंचाई के बाद जड़ों के पास प्रयोग करें। उन्होंने बताया कि इस समय गन्ना फसल की भरपूर सिंचाई करें।
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बगैर इसके गन्ने की चालीस प्रतिशत उपज कम हो जाती है। उसके बाद ट्राइजोम मात्रा 450 ग्राम को इतने ही पानी मे घोलकर इसका फसल पर छिड़काव करें।
आईपीएल चीनी मिल के गन्ना निरीक्षक शैलेश राव ने बताया कि एक एकड़ गन्ना में मथमुड़िया किट नियंत्रण के ग्यारह सौ रुपये में हेलीप्रो दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि क्षेत्रीय गन्ना किसानों के वर्तमान पेराई सत्र का संपूर्ण मूल्य का भुगतान कर दिया गया है।
गन्ना निरीक्षक नितेश राणा ने मथमुड़िया किट व अंकुर बेधक किट से प्रभावित गन्ना किसानों को दिखाया। ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक एचएन यादव ने बताया कि तीस सितंबर तक बनाये गए नए सदस्यों को ही गन्ना आपूर्ति सुविधा मान्य होगी।
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इस दौरान प्रगतिशील गन्ना किसान देवेश यादव, शिवप्रकाश यादव, राज दुलारे, सत्येंद्र यादव, लक्ष्मी कुशवाहा, संतोष, सच्चिदानंद आदि मौजूद रहे।