Jharkhand Politics: सर्द मौसम में गरमाई झारखंड की सियासत, हेमंत सोरेन छोड़ सकते CM का पद, विधायक दल की बैठक कल
झारखंड की सियासत से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कल विधायक दल की बैठक बुलाई है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली/रांची: सर्द मौसम में झारखंड की सियासत में अचानक गर्मी बढ़ गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और वहां की राजनीति को लेकर नई अटकलें जोर पकड़ती जा रही है। कहा जा रहा है कि हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे सकते हैं। इसके लिये कल यानी बुधवार को विधायक दल की बैठक बुलाई गई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार झारखंड की राजनीति में आई गरमाहट की सबसे बड़ी वजह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का समन है। ईडी ने सोरेन को सातवीं बार समन भेजा है, जिससे उनकी टेंशन बढ़ गई है और उनको गिरफ्तारी का डर सता रहा है।
ईडी के समन के बढ़ते दबाव के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन वैकल्पिक उपायों पर मंथन कर रहे हैं। चर्चा है कि ज़रूरत पड़ने पर वे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं और अपनी अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप सकते हैं।
यह भी पढ़ें |
Hemant Soren: हेमंत सोरेन 48 घंटे ‘लापता’ रहने के बाद पहुंचे रांची, झारखंड में सियासी सरगर्मियां तेज
तमाम विकल्पों पर चर्चा करने के लिए सीएम सोरेन के कल शाम 4.30 बजे मुख्यमंत्री आवास पर विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक में उनके सीएम पद से इस्तीफा देने से लेकर कल्पना सोरेन को सत्ता सौंपने और ईडी के समन से निपटने की रणनीति समेत कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
विधायक दल की बैठक के बाद झारखंड के सियासत की नई तस्वीर सामने आ सकती है। बैठक में जो भी निर्णय हो लेकिन यह सच है कि हेमंत सोरेन पर ईडी का दबाव लगातार बढ़ रहा है और इस कारण उनकी टेंशन बढ़ी हुई है।
बातें कि उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के बुज़ुर्ग विधायक डॉक्टर सरफ़राज़ अहमद के अचानक इस्तीफ़ा देने के बाद भी राज्य की सियासी चर्चाएं पहले ही और तेज़ हो गई है।
यह भी पढ़ें |
Jharkhand Politics: झारखंड में सियासी हलचल तेज, पत्नी कल्पना को गद्दी सौंप सकते हैं CM सोरेन, विधायक दल की बैठक आज
सरफ़राज़ अहमद नये साल की पूर्व संध्या पर 31 दिसंबर को अपना इस्तीफ़ा विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा। माना जा रहा है कि कल्पना सोरेन सीएम पद पर आसानी से आसीन हो सके, इसलिये सरफ़राज़ ने विधायकी से इस्तीफा दिया।