DN Exclusive: आजमगढ़ में 15 वर्षों से जंजीरों में जकड़ा था शख्स, देखिये कैसे खुली किस्मत और टूटी बेड़ियां

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के मिर्जापुर विकास खंड में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक को उसके परिजनों द्वारा जंजीरों से बांधे रखा जाता था। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट



आजमगढ़: जनपद के मिर्जापुर विकास खंड के मुड़ियार गांव में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक को उसके ही परिवार के लोगों द्वारा लंबे समय से जंजीरों से बांधकर घर में रखा गया था।  मामले की जानकारी होने पर एसडीएम निजामाबाद मौके पर पहुंचे और रविवार को युवक को जंजीरों से मुक्त कराया। 

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक युवक के जंजीरों से मुक्त होने का मामला भी एक बड़ा संयोग है। एसडीएम निजामाबाद संत रंजन रविवार को क्षेत्र भ्रमण पर निकले थे। तभी किसी ने उनको मुड़ियार गांव के एक व्यक्ति को उसके ही परिवार के लोगों द्वारा ही जंजीरों में जकड़े रखने की सूचना दी।

इस सूचना पर एसडीएम बंधक बनाये युवक के घर पहुंचे। जहां उन्होंने आलम नामक व्यक्ति को जंजीरों में जकड़ा हुआ पाया। एसडीएम ने तुरंत उसके हाथ में लगी बेडियों को खुलवाया। बेडियों के खुलने के बाद आलम की खुशी का ठिकाना नहीं थी।

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मौके पर मौजूद आलम के पिता बदरुद्दीन ने बताया कि वह मानसिक रूप से बीमार है, जिसके कारण उसे जंजीरों में बांधकर रखना पड़ रहा है। 

एसडीएम ने जिला विकलांग कल्याण अधिकारी को फोन कर कहा कि आलम को पेंशन दिलाएं और उसके इलाज पर आने वाले खर्च की व्यवस्था करें।










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