DN Exclusive वाराणसी: 'बीमार' बीएचयू क्या एम्स की प्रतिष्ठा को रख सकेगा बरकरार?

डीएन संवाददाता

पूर्वांचल के एम्स कहे जाने वाले BHU को केंद्र सरकार ने वास्तविक एम्स का दर्जा दे दिया लेकिन यहां मरीजों के लिये कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि बीएचयू एम्स के दर्जे को कैसे बरकरार रख सकेगा? एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

इलाज के नाम पर केवल काटी जा रही है पर्चियां
इलाज के नाम पर केवल काटी जा रही है पर्चियां


वाराणसी: सप्ताह भर पहले नीति आयोग और मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा BHU को एम्स के बराबर दर्जा देने के दस्तावेज पर हस्ताक्षर हुए, लेकिन पूर्वांचल के एम्स कहे जाने वाले BHU की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है।

 

 

बीजेपी के काशी प्रांत के अध्यक्ष महेश श्रीवास्तव रविवार को जब बीएचयू को एम्स के बराबर सुविधा देने के हस्ताक्षर पर मीडिया से बात कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ एक परिवार के लोग बीएचयू में इसलिए परेशान था कि उसके मरीज का वहां इलाज नहीं किया जा रहा था और उसके साथ केवल  रेफर-रेफर गेम खेला जा रहा है।

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इलाज के लिये बीएचयू आये मरीज के परिजनों का कहना था कि उनके बीमार परिजन को 7 दिन से कबीर चौरा से बीएचयू , बीएचयू से कबीरचौरा रेफर किया जा रहा है। परिजनों का कहना है कि हमारे मरीज का इलाज सही से नहीं किया जा रहा हैं, बस केवल रेफर-रेफर किया जा रहा है।

कैमूर जिला भभुआ के चांद गांव के निवासी सोनू (45) को ब्रेन टीवी हुई। परिजनों ने चंदौली जिला ले जाकर उनका इलाज कराया तो वहां के डॉक्टर ने मरीज को बीएचयू रेफर कर दिया। बीएचयू में 2 दिन के इलाज के बाद उन्हें चौरा भेज दिया गया और कहा गया कि यहां पर जगह नहीं है।

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सोनू के दामाद दिनेश ने बताया कि चंदौली में दवा कराने गए तो वहां से हमें सीरियस बीमारी कह कर बीएचयू भेज दिया गया, जब हम बीएचयू आए तो 2 दिन इलाज करने के बाद हमें कबीरचौरा भेज दिया गया और बोला जा रहा है कि हमारे पास सीट नहीं है। जब हम लोग कबीरचौरा गए तो वहां 2 दिन इलाज होने के बाद हमें बीएचयू रेफर कर दिया गया। 

सोनू की 3 लड़कियां एक लड़का हैं जिसमें से दो की शादी हो चुका है। सोनू का एक लड़का कक्षा 5 में पढ़ता है एक लड़की कक्षा सात में पढ़ती है, जिनका पालन पोषण  सोनू जनरल स्टोर की दुकान में काम करके चलाता है। अब सवाल सब उठता है कि यदि अगर सोनू को कुछ हो गया तो उसके परिवार की जिम्मेदारी कौन उठाएगा?
 










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