दीपों से जगमगाया दुर्गा मंदिर, शतचंडी महायज्ञ में दीपक के महत्व को भक्तों ने समझा, जानें जीवन में कैसे खुशहाली का प्रतीक है रोशनी
महाराजगंज जनपद के भिटौली बाजार स्थित दुर्गा मंदिर पर शतचंडी महायज्ञ का आयोजन किया गया। भक्तों ने दीपों से मंदिर को जगमग कर दिया। पढें डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
भिटौली (महराजगंज): भिटौली बाजार में चल रहे शतचंडी महायज्ञ में दुर्गा मंदिर पर शतचंडी महायज्ञ का आयोजन किया गया।
भक्तों ने दीपों से मंदिर को जगमग कर दिया।
आचार्य पंडित प्रभात शास्त्री ने अपने सहयोगी प्रकाश पांडेय, दीपक शुक्ला, शशांक शास्त्री, तथा वेद मिश्र ने अपने मुख्य यजमान सहित सैकड़ों की संख्या में शाम को दीप यज्ञ का आयोजन वैदिक मंत्रों से संपन्न कराया।
यह भी पढ़ें |
महराजगंज: भिटौली के दुर्गा मंदिर से माता की नथिया चोरी, मौके पर पहुंची पुलिस, किसान की पत्नी ने पहनाई नई नथिया
आचार्य ने बताया कि "अज्ञान के अंधकार को दूर करने के लिए ज्ञान के दीपक प्रज्जावलित करना होता है।
दीपक ज्ञान का प्रतीक है। जब हम अपने अंतर्मन में ज्ञान के दीप प्रज्जावलित करते हैं तो हमारा घर, मन और आंगन आलोकित होता है।
संसार और जीवन की सार्थकता इसी में है कि हम अपने घर मन और आंगन को सतत आलोकित रखें।
यह भी पढ़ें |
मां शतचंडी के भक्तों ने लगाए गगनभेदी नारे, परिक्रमा में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब
"सनातन धर्म मे यज्ञ का बहुत अधिक महत्व है। जब हम अग्नि प्रज्वलित करके उसमें आहुतियां प्रदान करते हैं, वही यज्ञ कहलाता है।
इस अवसर पर काफी संख्या में भक्त शामिल रहे।