ईडी ने धोखाधड़ी मामले में शिक्षक समेत दो को गिरफ्तार किया
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक शिक्षक और एक बिचौलिए को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने मोबाइल फोन ऐप कर्ज धोखाधड़ी से संबंधित धनशोधन मामले में एक व्यक्ति को राहत दिलाने के बहाने कथित तौर पर ठगा था। एजेंसी ने यह जानकारी दी। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक शिक्षक और एक बिचौलिए को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने मोबाइल फोन ऐप कर्ज धोखाधड़ी से संबंधित धनशोधन मामले में एक व्यक्ति को राहत दिलाने के बहाने कथित तौर पर ठगा था। एजेंसी नेयह जानकारी दी।
जीतेंद्र प्रसाद और दिनेश सिंह कुशवाहा को संघीय जांच एजेंसी ने 25 फरवरी को हिरासत में ले लिया था और दिल्ली की एक अदालत ने बाद में उन्हें क्रमशः 3 मार्च और 2 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया था।
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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार ईडी ने एक बयान में कहा कि प्रसाद एक ‘‘बिचौलिया’’ था और कुशवाहा दिल्ली सरकार के स्कूल में हिंदी शिक्षक था। बयान में कहा गया, ‘‘इन लोगों ने ईडी से उसका काम कराने के बहाने हवाला चैनल के जरिए पावरबैंक ऐप मामले में वैभव दीपक शाह नाम के एक आरोपी से 2.6 करोड़ रुपये लिए थे।’’
ईडी ने पहले दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ में शिकायत दर्ज की और बाद में दोनों के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। बयान में कहा गया, ‘‘ईडी ने इस घटना को गंभीरता से लिया और दो व्यक्तियों के परिसरों में तलाशी ली और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया।’’
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ईडी ने कहा कि छापेमारी के दौरान प्रसाद के आवास से 47.5 लाख रुपये नकदी, जाली समन/नोटिस, फर्जी आधिकारिक स्टांप और नकद लेन-देन से संबंधित डिजिटल डेटा बरामद किया गया। ईडी ने कहा कि पावरबैंक ऐप मामले में एक चीनी नागरिक द्वारा 250 करोड़ रुपये से अधिक के सार्वजनिक धन की हेराफेरी की जांच जारी है।