लखनऊ: पुरानी पेंशन बहाली को लेकर बढ़ा कर्मचारियों का गुस्सा, दी आंदोलन की चेतावनी
यूपी के लखनऊ में पुरानी पेंशन बहाली और अन्य मांगों को लेकर कर्मचारियों का गुस्सा फूटा है। उन्होंने मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की ये रिपोर्ट
लखनऊ: पुरानी पेंशन बहाली और अन्य मांगों को लेकर कर्मचारी लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अब तक सरकार की तरफ से कोई भी सकारात्मक व संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया है। उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की जिला अध्यक्ष अमित त्रिपाठी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार की यह उदासीनता कर्मचारियों के प्रति बिल्कुल भी सही नहीं है। जल्द ही अगर कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली व अन्य मांगों को पूरा नहीं किया गया तो हम प्रदेश व्यापी आंदोलन करेंगे।
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डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक जिला अध्यक्ष ने कहा कि बीते लोकसभा चुनाव में कर्मचारियों की नाराजगी का परिणाम सरकार देख चुकी है, लेकिन फिर भी वह आंखें बंद कर सोई हुई है। वहीं कर्मचारी विरोधी नौकरशाही के चलते सरकार की हर तरफ किरकिरी भी हो रही है, उसके बावजूद भी सरकार ध्यान नहीं दे रही है। जिला अध्यक्ष ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समय रहते सरकार ने कर्मचारियों की मांगों को नहीं माना तो आने वाले 2027 की विधानसभा चुनाव में गंभीर परिणाम सरकार को देखने पड़ेंगे।
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काफी समय से कर्मचारी अपनी प्रमुख मांगों को लेकर मुखर हैं, जिसमें उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार विभिन्न विभागों में कर्मचारियों की जो वेतन विसंगतियां हैं उन्हें दूर करे। वर्ष 2005 के बाद नौकरी में आये कर्मचारियों को भी पुरानी पेंशन की सुविधा मिले। कोरोना कल में खत्म किए गए भत्ते दोबारा दिए जाएं और डेढ़ साल तक फ्रिज किए गए महंगाई भत्ते का एरियल भी दिया जाना चाहिए। इसके अलावा विभागों में नई भर्तियां, समान कार्य समान वेतन और संविदा कर्मियों को नियमित करने की मांग शामिल है।