महराजगंज में लाखों की लागत से बने स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का बड़ा अभाव, प्लेटफार्मों पर भी खड़ी नहीं होती बसें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शिलान्यास के दो वर्ष बाद भी महराजगंज बस स्टेशन पर आज भी पुराने ढर्रे पर संचालित हो रही बसें। पढें डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
महराजगंज: यात्री सुविधाओं के उद्देश्य को लेकर जनपद में उत्तर प्रदेश राज्य सडक परिवहन निगम के स्टेशन के पुननिर्माण कार्य को दो साल पूरे हो चुके है। इसके तहत यहां स्थान व गंतव्य को दर्शाते हुए कई नये प्लेटफार्म्स का निर्माण किया गया। लेकिन इसके बावजूद भी इन प्लेटफार्मों पर न तो बसें ठहरती है और न ही स्टेशन पर यात्रियों को वो सुविधाएं मिल रही है, जिसके लिए इसका निर्माण कराया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ आपको जानकारी के लिए बता दे कि रोडवेज बस स्टेशन, महराजगंज का उच्चीकरण, सुंदरीकरण, पुननिर्माण के कार्य का शिलान्यास 30 दिसंबर 2021 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं यहां के सांसद और विधायक सदर द्वारा किया गया था।
बसे स्टैंड पर फरेंदा-सिसवा, ठूठीबारी-निचलौल, गोरखपुर, लखनऊ आदि स्थानों पर जाने के लिए यात्रियों की सुविधाओं की दृष्टि से विभिन्न स्टेशन प्लेटफार्म बनाए गए। पेयजल से लेकर महिला-पुरूष के साथ ही दिव्यांग शौचालयों, पंखा, यात्रियों के बैठने के लिए सीट इत्यादि सुविधाओं का प्रबंध भी किया गया है।
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डाइनामाइट न्यूज़ को यहां आने-जाने वाले लोगों ने बताया कि दो वर्षों बाद आज भी यहां पुराने ढर्रे पर बसों का संचालन हो रहा है। दोनों मुख्य गेटों पर बसों का ठहराव होता है। ऐसे में यात्रियों को भ्रमित होना पडता है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार टिकट काउंटर के परिसर में बने दिव्यांग, महिला, पुरूष शौचालय से लेकर अधिकतर कमरों पर आज भी अक्सर ताला ही लगा रहता है। टिकट काउंटर पर महज कोरमपूर्ति हो रही है। बसों में ही यात्रियों को टिकट की सुविधा मिलती है।
प्लेटफार्मों पर निर्धारित स्थानों की बसों का ठहराव न होने से यात्रियों को दोनों मुख्य गेटों पर खडी बसों के कंडक्टर और बस चालक से पूछकर ही बसों में बैठना पडता है।
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यात्रियों का कहना है कि सरकार द्वारा लाखों की लागत से यात्रियों की सुविधाओं के लिए बना यह बस स्टेशन आज केवल शोपीस बनकर रह गया है।