फ़तेहपुर निकाय चुनाव: खागा नगर पंचायत सीट इसलिए है खास
निकाय चुनावों में युवा वर्ग से लेकर बुजुर्ग महिला-पुरूष भी चुनावी अखाड़े में उतरे हुए हैं। शहर की खागा नगर पंचायत सीट पर सबकी निगाही टिकी हुई है। यहां की चुनावी टक्कर काफी दिलचस्प होने वाली है..
फ़तेहपुर: यूपी निकाय चुनाव में कई बड़े-बड़े दिग्गज अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जीत के लिए सभी जनता को लुभाने के अलावा कई दांव-पेंच भी आजमा रहे हैं। युवा वर्ग से लेकर बुजुर्ग महिला-पुरूष भी चुनावी अखाड़े में उतरे हुए हैं। तरह-तरह के वादों के साथ प्रत्याशी वोटरों पर डोरे डालने में लगे हैं।
खागा नगर पंचायत की सीट पर सबकी निगाही टिकी हुई है। यहां की चुनावी टक्कर काफी दिलचस्प होने वाली है। जनता की नजर कांग्रेस प्रत्याशी अखिलेश पांडेय पर खासा केंद्रित है। माना जाता है कि अखिलेश के परिवार से कांग्रेस का बहुत पुराना नाता रहा है। केंद्र से लेकर राज्य कांग्रेस के सूरमाओं तक एक जमाने में इस परिवार की पहुंच हुआ करती थी।
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खागा नगर पंचायत के कांग्रेस प्रत्याशी अखिलेश पांडेय एक ऐसे नेता हैं, जिनका दो पीढ़ियों से नेहरू-गांधी परिवार से नाता रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री पं0 नेहरू का संसदीय क्षेत्र फूलपुर के अधीन खागा विधानसभा रहा है। बताया जाता है कि पांडेय परिवार के घर में ही नेहरू का चुनाव कार्यालय होता था। नेहरू के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी, राजीव गांधी, शीला दीक्षित उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन डी तिवारी भी कई बार इनके घर आए। बताया जा रहा है कि अखिलेश पांडेय के ताऊ गंगा प्रसाद पांडेय भी गांधी और नेहरू के काफी घनिष्ठ रहे हैं।
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डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत करते हुऐ अखिलेश पांडेय ने कहा कि यदि वो खागा नगर पंचायत के अध्यक्ष बनते हैं तो सबसे पहले भ्रष्टाचार की सफाई करेंगें, साथ ही नगर पंचायत क्षेत्र में अधिक से अधिक शौचालयों का निर्माण कराएंगे जो सबसे जरूरी है। बहरहाल, अखिलेश पांडेय की दावेदारी के बाद उनकी और कांग्रेस की साख दांव पर है। फतेहपुर में 29 नवंबर को मतदान होना है, जिसका बाद ही इस सीट का नतीजा सामने आयेगा।