फतेहपुर: अतिक्रमण अभियान के चलते जन्माष्टमी पर बाजारों से रौनक गायब
अतिक्रमण विरोधी अभियान का जिले में बड़ा प्रभाव देखने को मिल रहा है। कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर जो बाजार अक्सर सजे-धजे रहते थे, इस बार वे बे-रौनक नजर आ रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज़ की ग्राउंड जीरो से एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..
फतेहुपर: अतिक्रमण विरोधी अभियान का जिले में व्यापक प्रभाव देखने को मिल रहा है। कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर जो बाजार और दुकाने अक्सर सजे-धजे रहते थे, उनकी रौनक इस बार नदारद है। लोग अतिक्रमण के कारण गिराये गये अपने घरों के मलबों को हटाने में व्यस्त है। पुलिस लाइन में जन्माष्टमी का महोत्सव हर साल बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है लेकिन इस बार वहां भी ज्यादा चहल-पहल देखने को नहीं मिली।
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व्यापार हुआ ठंडा
फतेहपुर में प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान के कारण शहर में महीनों से लोगों का व्यापार ठंडा पड़ा हुआ है। रक्षाबंधन और अब जन्माष्टमी के मौके व्यापारियों को कारोबार से काफी उम्मीदें बंधी होती है लेकिन अतिक्रमण ने इस बार उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
शहर के बाद अब ग्रामीण इलाके निशाने पर
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प्रशासन के अतिक्रमण अभियान ने अब शहर के बाद अब ग्रामीण इलाकों का रुख किया है। निर्धारित मानकों के आधार पर गांवों में भी अतिक्रमण की गयी ज़मीनों को खाली करने के आदेश प्रशासन ने जारी कर दिए हैं। जिले के खागा, असोथर, गाजीपुर, सुकेती में लोगों ने चिन्हित निशान के आधार पर खुद ही अपने कब्जे, मकान के हिस्से गिराने शुरु कर दिए हैं।