फतेहपुर: इलाज के अभाव में मरीज ने अस्पताल में तोड़ा दम
फतेहपुर में सरकारी अस्पताल में भी गरीब और बेसहारा की कोई सुनवाई नहीं है। सरकारी अस्पताल में मरीज ने इलाज के अभाव में जमीन पर ही दम तोड़ दिया।
फतेहपुर: योगी सरकार देश के अंतिम आदमी तक सुविधाएं पहुंचाने की बात करती है लेकिन जमीनी स्तर पर इसकी हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है। आज डाइनामाइट न्यूज़ की टीम सदर अस्पताल पहुंची तो वहां एक दर्दनाक मामला सामने आया है। इलाज के अभाव में एक मरीज ने अस्पताल में ही जमीन पर दम तोड़ दिया।
यह भी पढ़ें: लखनऊ: स्वाइन फ्लू के 4 नए मामले
यह भी पढ़े: बाराबंकी में पिपरामेंट टंकी फटने से हादसा, 6 लोग गंभीर रूप से घायल
यह भी पढ़ें |
कानपुर: अस्पताल की उदासीनता से मरीज की मौत
मलवां थाना क्षेत्र के रारा मंगतपुर के रहने वाले अनीश फील पांव (फाइलेरिया) के रोग से पीड़ित था, अपनी इस समस्या के इलाज के लिए वह बुधवार दोपहर 12 बजे जिला अस्पताल आया था। यहां मरीज का केवल एक्सरे करके छोड़ दिया गया। मरीज जमीन पर ही पड़ा रहा लेकिन डाक्टरों ने उसका हाल जानना मुनासिब नहीं समझा। इतना ही नहीं, स्टाफ ने भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। लगभग डेढ़ घंटे जमीन में पड़े रहने के बाद अनीश की मौत हो गई।
यह भी पढ़े: जान बचाने वालों ने ही ली महिला की जान
अस्पताल प्रशासन ने झाड़ा पल्ला
यह भी पढ़ें |
जान बचाने वालों ने ही ली महिला की जान
इस पूरे मसले पर जब डाइनामाइट न्यूज़ की टीम ने सदर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. हरगोविन्द सिंह से बात की तो उन्होंने कन्नी काट ली। डा. सिंह ने कहा कि फाइलेरिया का इलाज इस अस्पताल में नहीं होता, उसका विभाग अलग है। इसके बाद जब टीम ने सवाल किया कि उसे कोई उपयुक्त व्यवस्था क्यों नहीं दी गई तो डा. सिंह ने कहा कि मैं देखकर बता सकूंगा कि असल में मामला क्या है?