प्रदेश के सवा लाख साक्षरता कर्मी लखनऊ में करेंगे आमरण अनशन
मानदेय और तमाम समस्याओं के लिए प्रदेश भर के साक्षरता कर्मी लखनऊ में 10 जुलाई को आमरण अनशन करेंगे।
फतेहपुर: सरकार लगातार शिक्षा का स्तर सुधारने में प्रयासरत है। बुनियादी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए नई-नई योजनाएं चलाई जा रही हैं। लेकिन क्या जमीनी स्तर में इन योजनाओं का लाभ आम जनता को मिल रहा है, यह एक बड़ा सवाल है। और तो और इन योजनाओं में कार्य करने वाले प्रेरकों की कोई सुनवाई नहीं है। साक्षरता कर्मियों ने सुनवाई न होने के सिलसिले में शनिवार को बैठक की।
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बैठक में मौजूद आदर्श साक्षरता कर्मी प्रेरक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विष्णु प्रताप सिंह ने बताया कि 40 महीने से प्रेरकों को मानदेय नहीं मिल रहा है और ना ही हमें शिक्षण सम्बन्धी उचित सामग्री उपलब्ध कराई गई है। प्रेरकों के बैठने का कोई उचित स्थान नहीं है। प्रेरकों के मुताबिक पिछली सरकार से सिर्फ आश्वासन मिला है।
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प्रेरकों ने दावा किया कि अगर जल्द ही उनकी मांगें नहीं पूरी हुई तो सभी साक्षरता कर्मी 10 जुलाई से लखनऊ में अनिश्चितकालीन आमरण अनशन करेंगे। और फिर भी मांगें नहीं मानी गई तो कर्मी आत्मदाह करेंगे।