महिलाओं की सुरक्षा के लिए जरूरी है कि माताओं को अपने बच्चों में मूल्य समाहित करें

डीएन ब्यूरो

राष्ट्र सेविका समिति की महासचिव सीता गायत्री आनंदम ने बृहस्पतिवार को कहा कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए माताओं को अपने बच्चों में मूल्य (वैल्यू) समाहित करने चाहिए तथा महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना भरनी चाहिए। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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नयी दिल्ली: राष्ट्र सेविका समिति की महासचिव सीता गायत्री आनंदम ने बृहस्पतिवार को कहा कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए माताओं को अपने बच्चों में मूल्य (वैल्यू) समाहित करने चाहिए तथा महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना भरनी चाहिए।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, आनंदम ने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते महिलाओं को उनकी ‘अंतर्निहित शक्ति’ को महसूस करने में उनकी मदद करने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि आज दुनिया में महिलाओं के समक्ष जो भी समस्याएं हैं, उन सभी का उत्तर, भारतीय चिंतन में मौजूद है।

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उन्होंने कहा, ‘‘ महिलाओं की सुरक्षा माताओं के हाथों में है।महिलाओं की सुरक्षा उनके कपड़ों में नहीं, बल्कि पुरूषों की नजरों में है। माताओं को अपने बच्चों को जीवन जीने के सही तरीके की सीख देनी चाहिए। अपने बच्चों में मूल्य एवं महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना भरना हर माता की जिम्मेदारी है, उससे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।’’

वह राष्ट्र सेविका समिति की संस्थापक लक्ष्मीबाई केलकर की जयंती पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। यह समिति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समानांतर महिलाओं का एक संगठन है, जिसकी स्थापना 1936 में की गयी थी।

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