Farmer Protest: किसान आंदोलन पर विदेशी हस्तियों के ट्वीट पर विदेश मंत्रालय की नसीहत, कही ये बात
केंद्र सरकार द्वारा लाए तीन नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों के आंदोलन को अब विदेशी हस्तियां भी समर्थन दे रही हैं। ऐसे लोगों को विदेश मंत्रालय ने जवाब दिया है, साथ ही हिदायत भी दी है। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
नई दिल्लीः केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में पिछले 70 दिनों से किसान आंदोलन पर बैठे हुए हैं। इस बीच अब किसानों के समर्थन में पॉप स्टार रिहाना और ग्रेटा थनबर्ग समेत कई इंटरनेशनल सेलिब्रिटीज भी आ गए हैं। इस सेलिब्रिटीज को लेकर विदेश मंत्रालय ने नसीहत दी है।
भारत ने अंतरराष्ट्रीय हस्तियों द्वारा भारत के किसान आंदोलन की लेकर की गयीं टिप्पणियों को गैरजिम्मेदाराना करार दिया है और उन्हें सलाह दी है कि ऐसे आंदोलन भारत की लोकतांत्रिक राजनीति के संदर्भ में देखे जाने चाहिए और कोई भी टिप्पणी करने से पहले तथ्यों को अच्छे से समझना चाहिए। विदेश मंत्रालय ने आज एक बयान में कहा कि भारत की संसद ने कृषि क्षेत्र में सुधार लाने वाले वाले कानून बहस और परिचर्चा के बाद बनाये हैं। ये सुधार किसानों के लिए अधिक विकल्प और बाजार तक सीधी पहुंच सुनिश्चित करते हैं और इससे आर्थिक रूप से लाभकारी कृषि का भी मार्ग प्रशस्त होता है।
यह भी पढ़ें |
Farmers Protest: खेती कानून के खिलाफ किसानों के आंदोलन को लेकर अन्ना हजारे ने कही ये बात
बयान के अनुसार इन सबके बावजूद यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ तुच्छ स्वार्थी समूह अपना एजेंडा आंदोलनकारियों पर थोपने और आंदोलन को विफल करने की कोशिश कर रहे हैं। यह चीज़ 26 जनवरी को देश के गणतंत्र दिवस को दिखायी दी। भारत के संविधान के लागू होने की वर्षगांठ पर देश की राजधानी में हिंसा और तोड़फोड़ की गई। इन्हीं स्वार्थी समूहों में से कुछ भारत के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें |
Bharat Bandh: भारत बंद-चक्का जाम को लेकर सरकार ने जारी की एडवायजरी, कड़ी सुरक्षा-शांति के लिये राज्यों को ये निर्देश
हम अपील करते हैं कि ऐसे मामलों में टिप्पणी करने से पहले तथ्यों को जान लेना चाहिए और मुद्दे को अच्छी तरह से समझना चाहिए। सोशल मीडिया में सनसनीखेज टिप्पणियों से सार्वजनिक जीवन में ख्याति प्राप्त हस्तियों को प्रभावित होना ना तो उचित है और ना ही जिम्मेदाराना।