बलिया निवासी बीटेक छात्र की हत्या में बेटी के साथ पूर्व BSF जवान गिरफ्तार
जनपद के अधिवक्ता नगर निवासी बीटेक अंतिम वर्ष के छात्र विपुल वर्मा की हत्या मामले में क्रॉसिंग रिपब्लिक पुलिस ने पूर्व बीएसएफ जवान तथा उसकी बेटी को गिरफ्तार कर लिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बलिया: जनपद के अधिवक्ता नगर निवासी बीटेक अंतिम वर्ष के छात्र विपुल वर्मा की हत्या मामले में क्रॉसिंग रिपब्लिक पुलिस ने पूर्व बीएसएफ जवान तथा उसकी बेटी को गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को दोनों को जेल भेज दिया गया। उधर, रविवार को विपुल वर्मा का शव घर पहुंचने के बाद से कोहराम मचा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एसीपी वेवसिटी पूनम मिश्रा ने बताया कि बलिया के अधिवक्ता नगर निवासी विपुल वर्मा (25) की छह साल पहले फेसबुक के जरिये बलिया के ही गांव चौरा गांव निवासी दीप्ति सिंह से दोस्ती हुई थी। दीप्ति बीटेक करने के बाद नोएडा की कंपनी में नौकरी करती थी। दोनों पैरामाउंट सिंफनी सोसाइटी में अलग-अलग फ्लोर पर किराये के प्लैट में रहते थे। पिछले कुछ दिनों से टीप्ति विपुल को नजरअंदाज करने लगी थी।
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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार विपुल को शक था कि दीप्ति किसी दूसरे लड़के के संपर्क में है। शुक्रवार रात को विपुल को जानकारी हुई कि दीप्ति किसी अन्य युवक के साथ नूवी देखने गई है। इस पर दीप्ति के इंतजार में विपुल देर रात तक सोसाइटी के गेट पर खड़ा रहा और जैसे ही वह आई दोनों के बीच कहासुनी और मारपीट तक हो गई। बेटी के साथ हुई घटना की जानकारी होते ही दीप्ति के पिता पूर्व बीएसएफ जवान राजेश कुमार सिंह दिल्ली से सोसाइटी पहुंचा और दिल्ली शिफ्ट करने के लिए बेटी का सामान पैक कराने लगा। इसी बीच विपुल अपने दोस्त के साथ दीप्ति सिंह के फ्लैट पर पहुंच गया और राजेश सिंह से उसकी कहासुनी हो गई। इसी बीच, अपनी लाइसेंसी पिस्टल से राजेश ने विपुल पर पांच गोलियां चलाकर उसकी हत्या कर दी।
विपुल की हत्या की सूचना मिलते ही शनिवार को परिजन व नाते रिश्तेदार गाजियाबाद पहुंच गये। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव घरवालों को सौंप दिया। रविवार को विपुल का शव घर पहुंचा और दोपहर बाद शहर से सटे गंगा नदी के महावीर घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
दीप्ति ने ही फोन करके विपुल को फ्लैट पर बुलाया
पुलिस का कहना है कि पिता के आने के बाद दीप्ति सामान पैक कर रही थी, उसी दौरान उसने विपुल को फोन कर बुलाया था। इसके बाद पिता राजेश ने उसकी हत्या कर दी। एसीपी का कहना है कि दीप्ति ने पिता के कहने पर विपुल को बुलाया या सजिश के तहत कॉल की, इसका पता लगाया जा रहा है। राजेश और उसकी बेटी दीप्ति को गिरफ्तर कर जेल भेज दिया गया है। केस में नामजद राजेश के भतीजे रंजय से भी पूछताछ की जाएगी।
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