Paper Leak Case: 12 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए HPSSC के पूर्व सचिव
राज्य की एक अदालत ने कनिष्ठ कार्यालय सहायक (सूचना प्रौद्योगिकी) परीक्षा प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में गिरफ्तार हिमाचल प्रदेश कर्मचारी सेवा आयोग (एचपीएसएससी) के पूर्व सचिव को सोमवार को 12 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
हमीरपुर: राज्य की एक अदालत ने कनिष्ठ कार्यालय सहायक (सूचना प्रौद्योगिकी) परीक्षा प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में गिरफ्तार हिमाचल प्रदेश कर्मचारी सेवा आयोग (एचपीएसएससी) के पूर्व सचिव को सोमवार को 12 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
राज्य सतर्कता विभाग ने हिमाचल प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जंतिदर कुमार कंवर को सोमवार को अदालत में पेश किया और उनकी पुलिस हिरासत बढ़ाने का अनुरोध किया। अदालत ने 21 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
कंवर को चार अप्रैल को गिरफ्तार कर 10 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था।
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सतर्कता विभाग के डीआईजी जी. शिव कुमार ने एक अप्रैल को कहा था कि मामले में जांच के दायरे में आने वाले उच्च पदस्थ अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 17ए के तहत सरकार से अनुमति मांगी जाएगी।
उन्होंने कहा था कि आयोग के पूर्व सचिव को पूछताछ के लिए कई बार बुलाया गया था और उनके खिलाफ आगे की जांच चल रही है।
अधिकारी के मुताबिक, अब तक एचपीएसएससी द्वारा पूर्व में कराई गई करीब 30 परीक्षाओं में पर्चे लीक होने का पता चला है। सतर्कता विभाग 22 परीक्षाओं में गड़बड़ी की जांच कर रहा है और अब तक पांच प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी हैं। वहीं, प्रश्न पत्र लीक मामले में कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
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कनिष्ठ कार्यालय सहायक (सूचना प्रौद्योगिकी) प्रश्न पत्र लीक मामले का खुलासा पिछले साल 23 दिसंबर को हुआ था, जब सतर्कता अधिकारियों ने एचपीएसएससी की वरिष्ठ सहायक उमा आजाद को हल किए गए प्रश्नपत्र और 2.5 लाख रुपये नकद के अलावा लैपटॉप और अन्य कागजात के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
राज्य सरकार ने भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने को लेकर एचपीएसएससी के कामकाज को निलंबित कर दिया था और होने वाली सभी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था।