नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन पर पूर्व छात्रा ने उत्पीड़न का आरोप, जानें पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

विश्व भारती की एक पूर्व छात्रा ने भूमि बेदखली को मामले को लेकर, नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कुलपति विद्युत चक्रवर्ती और दो अन्य अधिकारियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।

नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन (फाइल फोटो)
नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन (फाइल फोटो)


कोलकाता: विश्व भारती की एक पूर्व छात्रा ने भूमि बेदखली को मामले को लेकर, नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कुलपति विद्युत चक्रवर्ती और दो अन्य अधिकारियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।

शिकायतकर्ता तृषा रानी भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘ऐसी शख्सियत को जमीन हड़पने वाला और अतिक्रमण करने वाला कहकर मौखिक रूप से प्रताड़ित किया गया।’’ उन्होंने इस पर आपत्ति जतायी और कानूनी प्रावधानों के अनुसार कड़ी कार्रवाई की मांग की।

बीरभूम जिले के शांतिनिकेतन पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी को लिखे पत्र में भट्टाचार्य ने कुलपति के अलावा डिप्टी रजिस्ट्रार अशोक महतो और विश्वविद्यालय की प्रवक्ता महुआ बंद्योपाध्याय पर भी आरोप लगाए।

शांतिनिकेतन थाने के एक अधिकारी ने मंगलवार शाम ‘जनरल डायरी’ के रूप में शिकायत मिलने की पुष्टि की।

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भट्टाचार्य ने पत्र में कहा, ‘‘ मुझे डर है कि सेन पर लगातार हो रहे हमलों का उनके जीवन पर गहर असर पड़ेगा, क्योंकि वह निश्चित रूप से इससे पीड़ा महसूस करेंगे।’’

उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘ मुझे पहले ही शिकायत दर्ज करा देनी चाहिए थी। विश्वविद्यालय द्वारा इस तरह एक 90 वर्ष के व्यक्ति को अपमानित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती। मैं संकाय के सभी सदस्यों से सर अमर्त्य सेन का साथ देने की अपील करती हूं।’’

विश्वभारती के अधिकारियों से तत्काल इस मामले पर टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं किया जा सका।

विश्व भारती विश्वविद्यालय ने अपने नए आदेश में नोबेल पुरस्कार विजेता सेन से छह मई तक या 19 अप्रैल को जारी अंतिम आदेश के 15 दिन के भीतर 13 डिसमिल जमीन खाली करने को कहा है।

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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, विश्वविद्यालय का दावा है कि सेन ने उसकी 13 डिसमिल जमीन पर गैरकानूनी तरीके से कब्जा किया है।

सेन ने लगातार इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि 1.25 एकड़ जमीन विश्व भारती द्वारा उनके पिता को एक निश्चित अवधि के लिए पट्टे पर दी गई थी, जबकि विवादास्पद 13 डेसीमल उनके पिता द्वारा खरीदी गई जमीन का हिस्सा है और उनके पास यह साबित करने के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज हैं।










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